चंद्रयान 3 इस समय चांद पर स्लीप मोड में है। उसका मिशन पूरा हो चुका है। फिर भी इसरो को उम्मीद है कि वह फिर जागेगा और कुछ नहीं जानकारियां देगा। चंद्रयान-3 की सफलता के चर्चे इस समय पूरी दुनिया में है। इसकी लैंडिंग के बाद से ही लोगों की खगोल विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ गई है। इसी क्रम में झारखंड के गुमला से 25 आदिवासी छात्राएं इसरो के ऑफिस पहुंची। वे यहां चंद्रयान 3, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के बारे में वैज्ञानिकों से जानकारियां लेंगी। यह पहली बार है गुमला जिले के आदिवासी छात्राओं के इस प्रकार के एक्सपोजर विजिट के लिए इसरो भेजा गया है। छात्राओं के साथ पांच शिक्षकों की टीम सहित दो जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी एवं जिला शिक्षक अधीक्षक डॉक्टर मोहम्मद वसीम भी मौजूद है। छात्राओं को एक्सपोजर विजिट के तहत चेन्नई के अन्य स्थान जैसे गाइंडी नेशनल पार्क, मद्रास म्यूजियम, अधार पूंगा इको पार्क, थ्योसोफिकल सोसायटी और मरीना बीच भी जाएगी। आदिवासी समाज के विकास एवं बेटियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से यह पहल किया जा रहा है।