टोटेमिक कुरमी/कुड़मी विकास मोर्चा और कुर्मी विकास परिषद पतरातू के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में कुर्मी समाज के लोग रेल टेको आंदोलन मुरी में शामिल होने के लिए रवाना हुए। इस दौरान इन्होंने कहा कि टोटेमिक कुरमी /कुड़मी (महतो) जनजाति देश की आजादी से पहले एक सशक्त जनजाति थे ।कुड़मी जनजाति 1950 से अब तक लगातार 73 वर्षों से अपनी संवैधानिक पहचान की लड़ाई लड़ रही है और केंद्र सरकार से दो मुख्य मांगों को लेकर संघर्षरत है जिसमें कुरमी /कुड़मी (महतो) को अनुसूचित जनजाति के सूची में सूचीबद्ध करने तथा कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग लगातार आंदोलन के माध्यम से उठाई जा रही है।मालूम हो कि टोटेमिक कुडमी समाज 20 सितंबर 2023 से झारखंड प्रदेश के मुख्य तीन स्थान मुरी,गोमो और घाघरा मनोहरपुर स्टेशन में अनिश्चितकाल तक “रेल टेका”(रेल चक्का जाम) करेगी
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