झाझा प्रखंड के छापा पंचायत वार्ड नंबर 13 एवं 14 बाबूकूरा महादलित एवं आदिवासी परिवार के लोग बीच जंगल पहाड़ों के बीच में गुजर बसर करते हैं वार्ड नंबर 13 में महादलित परिवार के 25 घर जो वर्षों पूर्व से यहां रह रहे हैं पर मात्र यहां दो ही लोग को पी.एच.एच राशन कार्ड मुहैया कराया गया ,क्षेत्र भ्रमण के कार्यक्रम में जिला परिषद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने जब महादलित परिवार एवं आदिवासी परिवार के बीच पहुंचा तो यहां के लोगों ने अपनी दुख दर्द राशन कार्ड से संबंधित अपनी बातों को रखा यहां के यहां के निवासी ब्रह्मदेव तूरी सनोज तुरी मंजू देवी काजल देवी कुंती देवी प्रसादी तूरी ने बताया हम लोग पूरी परिवार को पूर्व में यहां अंतोदय राशन कार्ड यानी पीला राशन कार्ड मिल रहा था जब से p.h.h राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया हुई हम लोगों ने कई बार ऑनलाइन आवेदन के जरिए अप्लाई किया और कई बार इस संबंध में स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से इस विषय में बात की पर किसी ने हमारी बात नहीं सुनी वहीं वार्ड सचिव धर्मेंद्र मंडल वार्ड सदस्य राजेश हसदा ने बताया यहां के पूरी परिवार दिन भर में एक टाइम भोजन भी ठीक तरह से नहीं करते हैं और ब्लॉक के दलाल के द्वारा बार-बार यह कहा जाता है कि ₹2000 दोगे तभी राशन कार्ड बनेगा यहां के दलित एवं आदिवासी परिवार परिवार कभी भी ₹2000 नहीं दे सकेंगे और ना ही इनका राशन कार्ड बन सकेगा ऐसा हमें समझ में आता है वही प्रतिनिधि राकेश सिंह ने बताया दलित और आदिवासी परिवार का राशन राशन कार्ड नियमाअनुसार हम बनाने का पूरा प्रयास करेंगे और इस संबंध में सिविल एसडीओ से मुलाकात कर राशन कार्ड बनवा देंगे यही हाल वार्ड नंबर 14 आदिवासी गांव बाबूकूरा ताराकूरा का हे यहां पर भी राशन कार्ड की समस्या बड़े पैमाने पर है आदिवासी सीधे-साधे भोले होते हैं इसका पूरा फायदा स्थानीय प्रखंड के कर्मचारी एवं अधिकारी ले रहे हैं।
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