जिला परिषद प्रतिनिधि राकेश सिंह ने कहा मेक इन इंडिया आत्मनिर्भर भारत और डिजिटल इंडिया के दौर में सरकार शिक्षा क्षेत्र को लगातार अनदेखा कर रही है जो हर मायने में इन सभी योजनाओं की बुनियाद है आज के समय में जिस तरह से शिक्षा व्यवस्था बिहार में है वह किसी भी हद तक संतोषजनक नहीं है किसी भी राज्य के विकास में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान होता है हालांकि दर्शकों में देश की आर्थिक सामाजिक क्षेत्र में कई नीतियां सुधार की गई है जिसका फल स्वरुप देश में तेजी से विकास दर बढ़ी लेकिन इतने विकास के बाद भी हमारा बिहार की शिक्षा व्यवस्था की आधारभूत समस्या दूर नहीं की जा सकती है बिहार सरकार को वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में जरूरी बदलाव लाने की आवश्यकता है इन बदलाव के तहत बिहार सरकार को विशेष रूप से प्रारंभिक शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि प्रारंभिक शिक्षा से ही बच्चों की नींव को मजबूत बनाया जा सकता है प्रारंभिक शिक्षा की नींव मजबूत करने से ही बच्चे इंजीनियर मेडिकल आईएएस आईपीएस वैज्ञानिक आदि क्षेत्रों में अपना भविष्य बना सकेगी यह बात एक औचक निरीक्षक के क्रमांक में झाझा के केशवपुर पंचायत के दादपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय मै 39 वर्षों से बिजली नहीं होने के शिकायत पर प्रतिनिधि राकेश जी स्कूल पहुंचे थे वहां मौजूद प्रधानाचार्य श्री सुनील कुमार यादव ने बताया 2008 से यहां पर प्रधानाचार्य के कार्यभार देख रहे हैं उन्होंने बताया 2014 में लोकसभा चुनाव के दरमियान में विभागीय दबाव के कारण बिजली कनेक्शन आनन-फानन में दी गई पर अभी तक यहां पर बिजली की तार जोड़ी नहीं गई जिसके कारण से बच्चे एवं बच्चों को भीषण गर्मी में भी शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर है एक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है जब स्कूल में बिजली कनेक्शन हुआ ही नहीं तब किसके आदेश से जिला शिक्षा पदाधिकारियों के द्वारा 2014 से 2023 जुलाई महीने तक बिजली का भुगतान भी किया गया यानी बिल्कुल अप टू डेट बिजली बिल यह स्कूल एनएच 333 पर एकदम रोड के किनारे मौजूद है तब पर भी शिक्षा के आलाअधिकारी को कैसे यह पता नहीं चला कि यहां पर बिजली नहीं
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