विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान कुरुक्षेत्र हरियाणा द्वारा ली जाने वाली संस्कृति ज्ञान परीक्षा का उद्देश्य विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं उनके अभिभावकों और समाज को संस्कृति का बोध कराना है भारत की विश्व गुरुता प्राप्त श्रेष्ठतम आध्यात्मिक संस्कृति परंपराओं जीवन मूल्य महापुरुषों के आदर्श जीवन चरित्र तथा यहां की समृद्ध ज्ञान परंपरा का बोध हो यही हमारा उद्देश्य है, ना तो हमारा उद्देश्य परीक्षा लेना है और ना ही पुस्तक बेचना है/ उक्त उद्गार विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के संस्कृति बोध परियोजना के अखिल भारतीय संयोजक माननीय दुर्ग सिंह जी राजपुरोहित ने स्थानीय सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोटेगांव में आयोजित विद्या भारती मध्य क्षेत्र की प्रश्न संच निर्माण कार्यशाला एवं महाकोशल प्रांत के जिला/विभाग संयोजकों की बैठक में व्यक्त किए कार्यशाला में मालवा,मध्यभारत ,महाकोशल एवं छत्तीसगढ़ प्रांत के 40 कार्यकर्ता सहभागिता कर रहे हैं, बैठक का समापन 6 अगस्त सांयकाल होगा बैठक शुभारंभ अवसर पर विद्यालय व्यवस्थापक श्री राजकुमार जैन ने कार्यशाला में उपस्थित, संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं ग्रामीण शिक्षा के अखिल भारतीय संयोजक शशिकांत जी फड़के, दुर्ग सिंह जी, क्षेत्र संयोजक अंबिका दत्त कुंडल ,सहसंयोजक प्रेम लाल पटेल, प्रांत संयोजक राघवेंद्र शुक्ल का स्वागत किया
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