राजनीतिक पार्टी और नेताओं के बयान से धार्मिक मुद्दों पर आए दिन विवाद सुर्ख़ियों में बना रहता है।वही गंगा यमुनी तहजीब की धरती पर एक हिंदू धारा धार्मिक एकता और भाईचारे की मिसाल पेश कर रहे हैं इसलिए यहां हिंदू परिवार चर्चाओं में बना हुआ है।एमपी के छिंदवाड़ा अंतर्गत सिंगोडी गांव से लगे रजोला में मोहर्रम का खास महत्व है यहां नाले हैदर बाबा की सवारी में जितने मुस्लिम भाई भाग नहीं लेते हैं उससे ज्यादा नहीं हिंदू भाई भाग लेते हैं खास बात यह है कि 8 मोहर्रम को नाले हैदर की सवारी किसी मुस्लिम को नहीं बल्कि हिंदू भाई को आती है यह परंपरा कई वर्षों से जीवित है जिस पर यकीन करना मुश्किल है इस आयोजन में सामाजिक एकता का अनूठा संगम देखने को मिलता है।दरअसल ये आयोजन इसलिए खास है क्योंकि सवारी किसी मुस्लिम को नहीं बल्कि यादव समाज के शैलेश बाबा को आती है।यहां पर एक तरफ दरगाह बनी हुई है तो मंदिर भी लगा हुआ है जिसमें दरगाह और मूर्तियां भी एक साथ है खास बात यह है कि मोहर्रम में मुस्लिम समाज के साथ हिंदू समाज के लोग भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं जानकार बताते हैं कि कई वर्षों से यहां यादव समाज के एक परिवार और आधा दर्जन हिंदू भाइयों को सवारी आती है जिससे यहां बड़ी संख्या में महाराष्ट्र सहित जिले के श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ पहुंचते हैं और मनोकामनाएं को पूर्ण कर शिफा पाते हैं।धीरज यादव ने बताया कि दरगाह में बड़ी संख्या अन्य जगह से श्रद्धालु पहुंचते हैं और उन्हें आराम और शिफा मिलती है।लंगर का आयोजन भी होता है और सवारी आती है।एक ऐसी जगह है जहां दरगाह और मंदिर बना हुआ है जो कि कौमी एकता का मिसाल मिसाल देता है
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