देश की समुद्री सुरक्षा को लेकर एक नया सिपहसालार मिल रहा है। कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने एक ऑटोनॉमस अंडर वाटर व्हीकल बनाया है। यह पानी के अंदर खुद से चलने वाली रोबोटिक पनडुब्बी है। जीआरएसई ने अपने टि्वटर हैंडल पर बताया कि पूरी तरह से स्वदेशी AUV को बंगाल की खाड़ी में उतारा जाएगा। इसमें कई अत्याधुनिक तकनीकी लगाई गई है। ताकि समुद्र में दुश्मन किसी भी तरह की साजिश रची तो पता चल जाए। अगर यह समुद्र में निगरानी करने उतरती है तो दुश्मन की नापाक चाल से पहले ही सूचना मिल जाएगी। इसकी वजह से समुद्री निगरानी real-time में की जा सकेगी। समुद्री निगरानी को मैरीटाइम सर्विलांस कहते हैं। अब इस काम में यह AUV या ड्रोन्स मदद करते हैं। जब किसी देश की समुद्री सीमा इतनी बड़ी हो तो सिर्फ लहरों के ऊपर से निगरानी करने से काम नहीं चलता। अंदर से भी करना होता है। अभी समुद्र की निगरानी या तो जहाजों से होती है या फिर भी विमानों से होती है। ऑटोनॉमस अंडर वाटर व्हीकल के लॉन्च होने के बाद नौसेना, कोस्टगार्ड इन सबको निगरानी और जासूसी करने में आसानी होगी।
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