ग्वालियर में फिल्मी स्टाइल में डॉक्टर का अपहरण करने वाले अपहरणकर्ता गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के द्वारा ली गई फिरौती की रकम में से एक लाख नगद, फिरौती की रकम से खरीदे गए दो आईफोन, वारदात में उपयोग किया गया एक कट्टा बरामद किया है। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि डॉक्टर का अपहरण इसलिए किया था कि वहां उनको अच्छा खासा पैसे वाला लग रहा था और बड़ी रकम उससे मिल सकती थी। गैंग का एक साथी अभी भी फरार है। वहीं पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। वीओ:- दरअसल थाटीपुर थाना क्षेत्र के मोहन नगर निवासी डॉ.प्रमोद पहारिया 20/07/2023 को अपने क्लीनिक से घर खाना खाने के लिए जा रहे थे। जब सुरेश नगर पर मुड़ रहे थे तभी बाइक उनकी कार से आ टकराई। बाइक पर तीन युवक सवार थे। डॉक्टर कुछ समझ पाता उससे पहले ही एक ने कट्टा अड़ा दिया और डॉक्टर को उनके ही कार में अपहरण कर बंधक बना लिया। पिस्टल अड़ाने वाला बदमाश ड्राइविंग सीट पर आ गया और दो बदमाश डॉक्टर के आसपास बैठ गए। और गाड़ी चालू कर सड़क पर घुमात रहे। बदमाशों ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी देते हुए 40 लाख रुपए की डिमांड की। लेकिन डॉक्टर के पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी। बदमाश बाद में 4 लाख रुपए लेकर उसे छोड़ने के लिए तैयार हो गए तभी बदमाशों ने डॉक्टर से उसके पिता को कॉल करवाया और बताया कि कोई अभी घर आएगा उसे पैसे दे देना। करीब तीन घंटे के बाद बाइक से एक युवक डॉक्टर के पिता के पास पहुंचा और कैश लेकर निकल आया। इसके बाद बदमाश डॉक्टर को कार में छोड़कर फरार हो गए। जिसके बाद डॉक्टर सीधे थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना बताकर शिकायत की। वीओ:- एक्सीडेंट का नाटक कर अज्ञात बदमाशों ने अपहरण और फिरौती की रकम वसूल करने के मामले को लेकर पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और उसके लिए थाटीपुर और क्राइम ब्रांच की टीम को बदमाशों के धर दबोचने के लिए लगाई गई। धोरण पुलिस अधिकारियों को पता चला कि पीड़ित डॉक्टर के पिता के द्वारा घर पर रोटी पर पैसे लेने आई व्यक्ति का उन्होंने एक फोटो खींच लिया था। जिससे पुलिस को बदमाशों को पकड़ने में बहुत मदद मिली। फोटो वाले बदमाश की पहचान के लिए जूती तो पता चला कि आरोपी मुरार श्रीनगर कॉलोनी का रहने वाला है। पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने के लिए पहुंची तो उसके साथ दो अन्य उसके साथी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस पूछताछ में तीनों ने अपने नाम मधुसुदन गुर्जर, टीटू गुर्जर, विकास गुर्जर निवासी महाराजपुरा और मुरार क्षेत्र का बताया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि एक आरोपी 15 से 20 दिन पहले अपने बड़े भाई को लेकर डॉक्टर के क्लीनिक पर गया था और काम दिलाने के लिए बात की थी तभी उसने देखा कि डॉक्टर के पास का ही पैसे आते हैं और डॉक्टर की अच्छी खासी कमाई है तभी उसने डॉक्टर का अपहरण करने का प्लान 3 दोस्तों के साथ बनाया और अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था। फिरौती की रकम चार लाख वसूलने के बाद चारों ने हर व्यक्ति के हिस्से में 1 लाख 5 हजार रुपए बांट लिए थे। जिसमें दो बदमाशों ने फिरौती की रकम से दो आईफोन खरीदे थे। जिसके बाद वह घूमने के लिए खाटू श्याम मंदिर और दिल्ली चले गए थे। वीओ:- पुलिस ने आरोपियों के द्वारा वारदात कबूल करने के बाद फिरौती की 4 लाख रुपए में से 1 लाख रुपए, फिरौती की रकम से खरीदे गए दो आईफोन, अपहरण के बाद वारदात में उपयोग एक कट्टा और मोटरसाइकिल बरामद किया है। वही गैंग का चौथा आरोपी आदित्य गौतम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर शहर में हुई अन्य वारदातों को लेकर पूछताछ करते हुए फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
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