शुभम पटैल भेड़ाघाट शहपुरा जबलपुर जबलपुर में बीते दिनों हुए वेदिका गोलीकांड के मामले में अस्पताल प्रबंधन की भी भूमिका संदिग्ध नजर आने लगी हैं। परिजनों का आरोप था कि पहले मदन महल स्थित स्टार सिटी हॉस्पिटल ने पुलिस से पूरे मामले की जानकारी छिपाई, इसके बाद मेट्रो हॉस्पिटल ने भी पुलिस को कोई भी जानकारी नहीं दी। परिजनों का कहना हैं दोनों अस्पतालों के प्रबंधकों ने प्रियांश का भरपूर साथ दिया था। जिसकी वजह से आरोपी वेदिका को शहर में 5 घंटे तक लेकर घूमता रहा। यदि सही समय पर वेदिका का इलाज हो गया होता, तब वेदिका की जान बच सकती थी ।वहीं पूरे मामले में जबलपुर पुलिस ने दोनों अस्पतालों को नोटिस भेजा था। जानकारी के मुताबिक दोनों अस्पतालों ने अपने जवाब दे दिए हैं। एडिशनल एसपी संजय अग्रवाल के मुताबिक अस्पताल प्रबंधकों के बकायदा बयान भी लिए गए हैं। वहीं एक तरफ मेट्रो हॉस्पिटल के जवाब से पुलिस संतुष्ट दिखाई दे रही है। दूसरी तरफ पुलिस को मदनमहल स्थित स्टार सिटी हॉस्पिटल की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। पुलिस अब तेजी से जांच में साक्ष्यों को जुटाने में लगी हुई है। बताया रहा है पुलिस को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अहम सुराग लग गए हैं, वहीं अब अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर सकती है।
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