मन में अगर कुछ करने की हसरत हो तो रास्ते खुद वा खुद बनते चले जाते हैं ऐसा ही अपने बहुत कम संसाधनों में जीने वाले बनबसा निवासी कपिल भार्गव ने हजारों युवाओं को अपनी कीर्तन मण्डली से जोड़ कर सैकड़ों युवाओं को नशे से दूर रहने का संकल्प दिलाया है l भारत नेपाल सीमा से सटे छोटे से भारतीय कस्बे बनबसा के कपिल भार्गव अपने पिता कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय प्रभारी व महान वरिष्ठ समाजसेवी स्वर्गीय केशव भार्गव के बताए मार्ग पर चल रहे हैं। स्वर भार्गव राजीव गांधी सोनिया गांधी या राहुल गांधी नारायण दत्त तिवारी या हरीश रावत या हेमेश खारकवाल सरीखे इत्यादि अनगिनत राजनीतज्ञ के अत्यधिक क़रीब होने के बावजूद भी उन पर किसी ने कभी भी भ्रष्टाचार की उँगली नहीं उठाई थी। उन्हीं ने 19 बरस पहले बनबसा मैं जय बाला जी कीर्तन मण्डल की शुरुआत की थी उन्हीं के पुत्र कपिल भार्गव राजनीति में तो नहीं आये लेकिन उन्होंने कीर्तन मण्डल की कमान सम्भाल कर अपनी आवाज को देश विदेश में पहुँचा दिया है बरेली लखनऊ दिल्ली मुंबई पुणे नेपाल इत्यादि सैकडो जगहों पर कपिल भार्गव जी राधा नाम कीर्तन करने जाते है बहुत ही साधारण स्वभाव वाले कपिल की मंडली में बनबसा सहित अनेक शहरों से हजारों युवा जुड़े हैं इन सैकड़ों युवाओं ने तो नशे से दूर रहने का संकल्प भी लिया है वह कहते है की यह जीवन परमार्थ के लिये मिला है ना कि अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए। हम भगवान की बनाई मूर्ति है नशा या कुछ भी ग़लत आचरण करना भगवान का विरोध है, कपिल की आवाज के जादू पर थिरकने वाले लाखों धड़कनों पर कपिल कहते है कि यह तो प्रभु का काम है कैसे किसको क्या देना है यह अवाज भी तो आवाज प्रभु की कृपा है ना कि मेरा ख़ुद का कोई भी प्रयास। वो कहते है मैं ना ही कोई रियाज करता हूँ और नहीं कही कोई कौसिश ही।कपिल कहते है मैं तो बस बचपन में पिता की अंगुली पकड़ उनके कीर्तन में जाता था तो प्रभु ने मेरे में यह बीज डाल दिया जिससे कि मैं सदा प्रभु की शरण में रहूं और समाज के युवाओं में फैल रही कुरीतियों को दूर करके उन्हें प्रभु की शरण में ला उन्हें अपने जीवन को समाज में एक स्वच्छ जीने की राह दिखाऊ l
Posted inMadhya Pradesh