आसनसोल में शिव चर्चा के दौरान कंबल वितरण में हुई मौत के मामले में जितेंद्र तिवारी को अदालत द्वारा आसनसोल आने की मनाही थी। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कई महीनों के बाद भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी शुक्रवार को जेके नगर पहुंचे। वहां सामाजिक संस्था पहल के कार्यालय में विश्राम के बाद तिराट पहुंचे। तिराट इलाके में ईसीएल सातग्राम एरिया अंतर्गत हाईवॉल माइनिंग में ब्लास्टिंग की वजह से कई घरों में दरारें पड़ी है। इस दौरान उन्होंने इलाके के घरों का जायजा लिया। इन घरों के मालिकों ने बताया कि इस इलाके में लगभग एक सौ से ज्यादा घरों में दरार पड़ गई है। घरों में दरारों को देखते हुए उन्होंने कहा कि ईसीएल प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि लाखों लाख खर्च कर सभी का सपना होता है कि एक घर बनाएं। पूरे जीवन परिश्रम करके एक घर बनाया गया। जिसके बाद ब्लास्टिंग से घरों में दरारें पड़ गई हैं। इसे देखने के लिए कोई नहीं है। जो इस मामले को लेकर आंदोलन कर रहे हैं उसके ऊपर मुकदमा किया जा रहा है। पुलिस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस बहुत वीर हो गई है। कोयला चोर लोहा चोर के साथ पुलिस घूमती रहती है एवं अपने हक के लिए कोई अगर लड़ेगा तो उसके विरुद्ध मुकदमा किया जाएगा। यह सब नहीं चलेगा। आज मैं यहां आया हूं। सातग्राम एरिया के महाप्रबंधक को 10 से 15 दिन का में समय दूंगा। यह ईसीएल का दायित्व है इस मामले को देखें नहीं तो हम लोग यहां आकर हाईवॉल माइनिंग के पास धरना पर बैठेंगे एवं मैं यहां पुलिस को भी बोलकर जा रहा हूं कि पुलिस की अगर क्षमता है तो यहां कर मुझे गिरफ्तार करें तब मैं देख लूंगा। घरों में दरार जिस तरह से पढ़े हैं छोटे-छोटे बच्चे रहते हैं अगर एक भी घरों की दीवार गिरी तो इसका जिम्मेदारी कौन लेगा। पुलिस एवं अन्य तृणमूल नेताओं की सेटिंग में नहीं चलने दूंगा। मैं यही का रहने वाला हूं मैं बाहर रहता हूं इसका मतलब यह नहीं कि मेरे लोगों को कोई समस्या करेगा दो-तीन साल में इधर नहीं आया हूं तो लोग यह ना समझे कि मैं मर गया हूं। मैं फिर आऊंगा और इस बार जब आऊंगा तो कई लोगों को यहां से भागना पड़ेगा। गांव के लोगों के साथ बैठकर इस समस्या का समाधान प्रशासन करे। जिसका जो हक है उसे दिया जाए जिससे मुझे इस रास्ते पर आकर आंदोलन नहीं करना पड़े। पंचायत चुनाव में धांधली के बाद भाजपा के बीडीओ कार्यालय पर प्रदर्शन करने पर प्रशासन द्वारा 144 धारा लगाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि 144 लगाई या 288 लगाएं यहां सब के सब चोर हैं। ये बीडीओ सब मिलकर चोरी किए हैं। अब इन लोगों को डर है कि लोग आकर पूछेंगे कि तुम इस तरह से क्यों किए तो इसका जवाब नहीं है। बस इसलिए उन्होंने 144 धारा लगा दिया। 144 धारा लगाया 288 नारा लगाए इसे हम लोगों को कोई फर्क पड़ने वाला। आने वाले दिनों में इनके खिलाफ और कार्रवाई नहीं हुई तो हम लोग और आंदोलन करेंगे उसके बाद शांति से यह लोग नहीं बैठ पाएंगे।
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