क्षेत्र में हुई लगातार बारिश और उसका पानी नहरों में छोड़े जाने के बाद कई किसानों के खेतों में फसलें प्रभावित हुई है। ग्राम बड़ी आली टोकसर में कई किसानों के खेतों में जल भराव हो गया। इस संबंध में ओंकारेश्वर जल उपभोक्ता संस्था क्रमांक 3 अली बुजुर्ग के अध्यक्ष रेवाराम पटेल ने अधिकारियों ने पत्र लिखकर ध्यानाकर्षण कराया। उन्होंने बताया शाखा संस्था क्रमांक 3 आली बुजुर्ग के खेतों के खेतों में नहरों में पानी छोड़ने व साथ ही बारिश होने के कारण टोकसर के पास खेतों में पानी भर गया। आली बुजुर्ग के रास्ते की नहर फूट गई। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस पानी की निकासी धारा नुकसान नहीं होने से खेतों में जलजमाव हो गया। इससे खड़ी फसल को नुकसान हुआ। इस संबंध में किसानों ने बताया नहर के लीकेज होने की सूचना पिछले वर्ष भी अधिकारियों को दी गई थी। इसके बाद भी इसका कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया। इस कारण बारिश और नहरों में अधिक पानी आने से खेतों में पानी जमा हो गया। इससे खेतों में खड़ी फसल को नुकसान हो के साथ ही कई जगह पौधे धराशाई हो गए। शासन से नुकसानी का आकलन कर मुआवजे की मांग। पिछले दो-तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण कई जगह फसलों की नुकसानी का अंदेशा है। इसके बाद खराब हुई फसलों का आकलन करने के साथ ही मुआवजा दिए जाने की मांग होने लगी है। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री ने सरकार से मुआवजे मांग की। कृषि मंत्री से क्षेत्र में ग्राम खंगवाड़ा, निमाड़खेड़ी, मलगांव, बड़ी आली सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र में किसानों के हुए नको नुकसान को लेकर ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया तेज मूसलधार बारिश से कई गांव में किसानों की फसलें चौपट हो गई। खेतों में खड़ी फसल को नुकसान होने के ही पानी का जल जमाव होने से फसल खराब होने का अंदेशा है। कई किसान ऐसे है जिनकी कपास की फसल फसल पूर्ण रूप से तैयार थी लेकिन तेज बारिश के कारण फसल नष्ट हो गई। प्रदेश सरकार और कृषि विभाग से मुआवजा मिले। पटवारी द्वारा सर्वे करवाकर मुआवजा राशी दी जाए। ग्राम बड़ी अली में किसान को नहरों के टूटने के कारण परेशान होना पड़ा। इस दौरान 10 से अधिक किसानो के खेतो में नहर क्षतिग्रस्त होने से उसका पानी खेतो में जमा हो गया। प्रदेश सरकार किसानों की हितैषी है तो किसानो के हुए नुकसान की भरपाई कर उन्हें समस्या से दूर करे। मूसलधार बारिश से फसलें खराब, किसान परेशान तेज बारिश व हवा के चलते नगर के पास चित्रमोड, अंजरुद खंगवाड़ा सहित ग्रामीण क्षेत्र में नुकसान देखा गया है। तेज बारिश से नाले ऊफान पर है। तेज हवा से कई पेड़ धराशाई हो ई स्थानों पर नालों गए। कई खेतों में घुस गया। कई स्थानों पर खेतों में पानी इतना भर गया कि फसल पूरी तरह डूब गईं। किसानों ने तहसीलदार को आवेदन व ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्या बताई। साथ ही सर्वे कर मुआवजा दिए जाने की मांग की। किसानों बताया मूसलाधार बारिश होने से क्षेत्र के फसल का नुकसान हुआ है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ेगा। प्रशासन को इस ओर ध्यान देते हुए क्षेत्र में नुकसान का सर्वे कराना चाहिए। जिन किसानों का नुकसान हुआ है उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
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