जमुई जिला के सोनो थाना क्षेत्र का एक गांव गुरुवार को दिनभर चर्चा में रहा। चर्चा इस बात को लेकर की जिला में खबर ये फैली की गांव के एक घर के छत पर एक बाघ देखा गया। गांव के ही एक ग्रामीण युवकों ने वीडियो बनाया और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।गांव के लोग दहशत में हैं। मामला सोनो थाना क्षेत्र का अमेठीयाडीह गांव का है। जहां एक घर के छत पर ग्रामीणों ने एक बाघ को देखा गया।जिसका चर्चा सिर्फ इस बात की हो रही है आखिर छत पर अहले सुबह देखा गया बाघ गया तो कहां गया। गांव के एक बंद पड़े घर की छत पर लोगों ने एक बाघ को बैठे हुए देखा। मिथिलेश पंडित और नरेंद्र पंडित नाम के ग्रामीण ने बाघ को अपनी आंखों से देखा। राजन पंडित ने दूर से उसका वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। गांव में बाघ होने की खबर जंगल में आग की तरह फैली गए और गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया।गांव के लोग डर से घर से बाहर निकल रहे है।दिन रात ग्रामीणों ने लाठी डंडे लेकर पहरेदारी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने गांव में बाघ होने की सूचना वन विभाग अधिकारियों को दिया ।सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम गांव पहुंची और माइक पर अलाउंस करके गांव के लोगो को घर के अंदर रहने को कहा। खबर मिलने पर सच्चाई जानने मीडिया की टीम भी अमेठीयाडीह गांव पहुंची। इस टीम ने देखा गांव के लोग दहशत के मारे घर के बाहर है। जिस व्यक्ति ने बाघ का वीडियो बनाया उससे बात करने पर पता चला की जब वो सुबह घर से निकलकर जा रहा था, बंद पड़े एक घर की छत पर एक बाघ को बैठे देखा, तब तक उसी गांव के नरेंद्र पंडित भी वहां पहुंच गए।राजन पंडित ने कहा की उसने दूर से उसका वीडियो बनाया। लेकिन तब तक नरेंद्र पंडित ने एक पत्थर बाघ की ओर फेंक दिया जिसके बाद बाघ बगल के झाड़ी में कूद गया। ग्रामीण मिथिलेश सिंह का कहना है की घर की छत पर बाघ ही था और उसके डर से गांव वाले दहशत में हैं। उन्होंने कहा की वन विभाग की टीम ने अपनी जिम्मेवारी का ईमानदारी पूर्वक नहीं किया और सिर्फ खानापूर्ति कर चले गए। उनका कहना है की बाघ कहीं आस पास ही है और वन विभाग को इस दिशा में ठोस करवाई करनी चाहिए। वन विभाग के वन क्षेत्र अधिकारी उदय शंकर ने कहा की घर की छत पर जिस जानवर को देखा वो बाघ नहीं हो सकता इसके बाबजूद वो पूरे मामले का आकलन कर रहे हैं।
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