बता दें कि उन्नाव में एक युवक को ट्वीटर पर प्रार्थना पत्र डालकर न्याय की गुहार लगाना पड़ा महंगा। बीघापुर थाना प्रभारी ने सिपाहियो के साथ मिलकर प्रार्थी को बेल्ट और डंडों से जमकर कर की पिटाई। गांव के ही रहने वाले हिस्ट्रीशीटर से मामूली विवाद पर प्रार्थी ने थाने में शिकायती पत्र देने के बजाय किया था ट्वीट। प्रार्थी का आरोप है कि इससे नाराज बीघापुर थाना प्रभारी ने पहले दोनो का शांतिभंग में कार्यवाही की मेडिकल कराया फिर आरोपी के सामने प्रार्थी पर जमकर बरसाए बेल्ट। प्रार्थी ने बताया कि विवाद व झगड़े के बाद देर हो गई थी और अपनी पत्नी को डॉक्टर के पास लेकर जाना था इसलिए थाने ना आकर किया था ट्वीट। लेकिन थाना प्रभारी ने एक ना मानी और प्रार्थी को ही ट्वीट करने की सजा दे डाली। जिसके बाद प्रार्थी ने शिकायती पत्र देकर उन्नाव एसपी से न्याय की गुहार लगाई । पूरा मामला बीघापुर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। और अब देखना होगा कि इस समय योगी सरकार सख्त है ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होगी या फिर मामला ठंडा हो जाएगा
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