पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह सोमवार को जबलपुर में संस्कार कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा, कांवड़ यात्रा में शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। भोले बाबा की कृपा सभी पर बनी रहे। बोल कांवड़िया, बोल बम…।यात्रा में हजारों कांवड़िए एक कांवड़ में जल और दूसरे में पौधा लेकर 35 किलोमीटर की यात्रा पर निकले। संस्कार धानी में यह 13वीं कांवड़ यात्रा है। यह सावन महीने के हर दूसरे सोमवार को निकाली जाती है।यात्रा में कांवड़िए कांवड़ में एक तरफ मां नर्मदा का जल और दूसरी तरफ शिव स्वरूप देव पौधे को रखकर चलते हैं। गौरीघाट से लेकर कैलाश धाम तक 35 किलोमीटर पैदल यात्रा करते हैं। कैलाश धाम मंदिर में महादेव का मां नर्मदा के जल से अभिषेक करते हैं।इस साल संस्कार कांवड़ यात्रा समर्थ सद्गुरु भैया जी सरकार, रामू दादा संत आचार्यों के सानिध्य में सुबह 7 बजे ग्वारीघाट से मां नर्मदा का पूजन कर प्रारंभ हुई। कांवड़ियों का जगह-जगह स्वागत हुआ। व्यवस्था में 2500 वॉलंटियर लगाए गए।वेदिका ठाकुर के घर पहुंचे दिग्विजय, कहा- बुलडोजर क्यों नहीं चलापूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ यात्रा में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, विधायक संजय यादव सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे। कांवड़ यात्रा में शामिल होने के बाद दिग्विजय सिंह ने छात्रा वेदिका ठाकुर के घर पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। छात्रा के परिवार को सांत्वना दी।BJP नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने 16 जून को वेदिका को गोली मार दी थी। 26 जून को उनकी मौत हो गई थी। दिग्विजय ने कहा, ‘मैं बुलडोजर कार्रवाई का समर्थक नहीं, लेकिन छोटे – मोटे अपराधियों के घर तत्काल जमींदोज हो जाते हैं, पर भाजपा नेता के घर पर अभी तक बुलडोजर नहीं चला।पटवारी परीक्षा पर कहा- खेल हो रहा हैपटवारी भर्ती परीक्षा निरस्त होने पर मचे बवाल पर उन्होंने कहा, कांग्रेस हमेशा से ही ऑनलाइन परीक्षा के विरोध में रही है। 2013 से लगातार सरकारी भर्तियों में गड़बड़ी हो रही है, बावजूद इसके सरकार ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को परीक्षा कराने ठेका देते आ रही है। नॉर्मलाइजेशन के नाम पर ज्यादा नंबर को कम और कम नंबर को बढ़ाने का खेल हो रहा है।
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