ग्वालियर में एक बेकसूर 19 साल छात्रा की बाइक सवार दो बदमाश युवकों ने गोली मारकर मौत घाट उतार दिया। बदमाशो का टारगेट मृतक छात्रा की पीछे बैठी दोस्त थी। जिसकी आरोपी हत्या करने आया था। इस घटना क्रम को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सहित 7 लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन पुलिस की इस कार्यवही से मृतक की सहेली का परिवार संतुष्ट नहीं है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। मृतक की शैली की मां का कहना है कि जिन आरोपियों ने बच्ची को मौत के घाट उतारा उन्हें समाज में जीने का कोई हक नहीं है। क्योंकि टारगेट आज भी उसका जिंदा है। वी/ओ-ग्वालियर में पूर्व डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव की नातिन अक्षया यादव को बदमाशों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। ये सनसनी खेज घटना सोमवार की है अक्षय और सोनाक्षी 11वीं की छात्रा है वह जब सोमवार की श्याम अक्षया अपनी सहेली सोनाक्षी के साथ कोचिंग पढ़ कर वापस घर लौट रही थी। तभी माधौगंज थाना क्षेत्र के बेटी बचाओ चौराहे के पास बदमाश सुमित और उसके तीन साथियों ने सोनाक्षी को निशाना बनाकर गोलियां चला दी। सोनाक्षी तो खुशकिस्मत निकली। वह गोली चलाने के दौरान नीचे झुकने से बच गई। लेकिन गाड़ी चला रही उसकी सहेली अक्षया की गोली लगने से सांसे थम गई। घटना के बाद से ही पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई थी। घटना के मास्टरमाइंड सुमित रावत और उसके साथियों पर पुलिस ने 30 हजार रुपए का इनाम रखा और 12 टीम है क्राइम ब्रांच की और पुलिस की आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाई अलग-अलग टीमों ने दिल्ली महाराष्ट्र और राजस्थान में धर पकड़ कर मुख्य आरोपी सुमित रावत सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वी/ओ-दरअसल घटना के पीछे मुख्य आरोपी सुमित रावत का एक तरफ का प्यार सोनाक्षी से था। सोनाक्षी का परिवार जवाहर कॉलोनी में पहले किराए से रहता था। जहां सोनाक्षी घर के पास ही में एक शाखा में शामिल होने के लिए जाती थी। वही आरोपी सुमित रावत का सोनाक्षी को देख प्यार हो गया और वहां उससे बातें करने लगा। जब उसकी बातें और रोक-टोक ज्यादा बढ़ने लगी तो उसने सोनाक्षी से दोस्ती का ऑफर दिया। जहां सोनाक्षी ने उसकी दोस्ती को ठुकरा दिया। तभी से आरोपियों से परेशान करने लगा 1 साल से आरोपी उसे रास्ते में रोककर बातचीत करने के लिए जबरदस्ती करता था छेड़ता था जिसकी शिकायत सोनाक्षी और उसकी मां ने थाने में की थी चार बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने सिर्फ दो बार मामूली धाराओं में कार्रवाई करते हुए आरोपी के हौसले बढ़ा दिए थे। जिसके बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। वी/ओ-सोनाक्षी के द्वारा उसकी दोस्ती कबूल नहीं करने पर आरोपी सुमित रावत ने सोनाक्षी को हमेशा हमेशा के लिए खत्म करने का प्लान बनाया और अपने इस प्लान में सुमित रावत ने अपने बड़े भाई उपदेश रावत, महाराष्ट्र रहने वाला बाला सुर्वे, विशाल, शिवम और दो अन्य साथियों के साथ उसे मारने की प्लानिंग बनाई। इस प्लानिंग को बाला सुर्वे ने तैयार किया था और प्लानिंग बनाने के बाद घटना से 1 दिन पहले वाला सुर्वे महाराष्ट्र चला गया जिससे उस पर पुलिस शक ना कर सके घटना के दौरान एक बाइक पर चार बदमाश और दूसरी बाइक पर सुमित रावत और शिवम एक बाइक पर बैठे थे दोनों के पास कट्टे थे। पूरी प्लानिंग के बाद सोनाक्षी और अक्षय को आता देख बदमाशों ने उनकी गाड़ी रोकी और दो फायर ठोक दिए एक गोली सोनाक्षी को ना लगते हुए उसकी सहेली अक्षया को लग गई जिससे उसकी मौत हो गई। वी/ओ-गोलीबारी की घटना में सुरक्षित बचने वाली सोनाक्षी की मां सामने आई है। उन्होंने बदमाश को लेकर कई बड़े खुलासे करते हुए कहा है कि इस वारदात की बड़ी वजह यह है कि सुमित आपराधिक प्रवृत्ति का है उसके निशाने पर सोनाक्षी थी पीड़िता की मां के मुताबिक सोनाक्षी को उसने कई बार छेड़खानी कर रास्ता रोककर परेशान किया था। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था और उसके बाद आरोपी को जेल हो गई थी। लेकिन सुमित अभी कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा था और उसने दुश्मनी और गहरी बना ली थी। आरोपी सुमित किसी भी कीमत पर सोनाक्षी को मौत के घाट उतारना चाहता था। उसका कहर इस परिवार पर लगातार टूट रहा था। आरोपी ने सोनाक्षी की मां को भी कई बार पीटा उनके घर पर पत्थरबाजी की। बार-बार हो रही घटनाओं की शिकायत लेकर सोनाक्षी की मां पुलिस के पास जा रही थी लेकिन पुलिस कोई कड़ी कार्रवाई उस बदमाश के खिलाफ नहीं कर रही थी।
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