खरगोन 7 जुलाई 23/ कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने शुक्रवार को शिक्षा से जुड़े विभागों की लंबी और विस्तृत समीक्षा करते हुए क्लास ली। परीक्षा परिणामों से लेकर निर्माण कार्य और जानकारी तथा विद्यार्थियों को योजनाओं का लाभ देने में भी विभागों द्वारा उल्लेखनीय कार्य नहीं किया गया। साथ ही गत दिनों कसरावद जनपद में हुए मामलें को लेकर शिक्षा अधिकारी श्री हेमेंद्र वडनेरकर को बड़ी नाराजगी का सामना करना पड़ा। उन्हें लेखापाल द्वारा अन्य खातों में किये गए राशि के भुगतान वाले प्रकरण में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं कराने पर फंटकार लगाई। ढाई घंटे चली बैठक में विस्तार से हर एक कार्य की गहन समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा, डीपीसी श्री शैलेन्द्र कानूडे, जनजाति कार्य विभाग के श्री ऐके गुप्ता, निर्माण कार्य विभाग पीआईयू के सहायक यंत्री श्री अमित वास्कले, समस्त बीईओ बीआरसी और सहायक यंत्री तथा उपयंत्री उपस्थित रहे। यह कार्य प्राथमिकता से करना होगा बैठक के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देश दिए कि 31 जुलाई तक सभी बीईओ बीआरसी स्कूलों की जांच करेंगे। जांच के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति, छात्रों की दर्ज संख्या व निरीक्षण के दौरान उनकी उपस्थिति की संख्या, सुबह 10ः30 बजे से शाम 5 बजे तक शिक्षकों की उपस्थिति व उनके साथ ग्रुप फ़ोटो, अनुपस्थित पाये जाने पर शिक्षकों का 7 दिन का वेतन कांटा जाएगा। साथ ही वेतन कांटने का प्रस्ताव उसी दिन कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा डीपीसी के सहायक यंत्री और उपयंत्रियों को नोटिस जारी किए जाएंगे। शिक्षा क्षेत्र में कोई गड़बड़ी हुई तो डीईओ, डीपीसी और सहायक आयुक्त जिम्मेदार होंगे। वहीं बड़वाह, भीकनगांव और महेश्वर के बीआरसी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
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