आज औरंगाबाद के बारुण में एक कार्यक्रम के दौरान वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो ने संबोधन के दौरान उन्होंने बातों बातों में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की तैयारी का आगाज कर दिया और कहा कि दिल्ली में अभी प्रधानमंत्री का सरकार चल रहा है . लेकिन हमे उससे मतलब नहीं. क्योंकि अभी हम न तो लेफ्ट में हैं और न ही राईट में है हमें मतलब इस बात से है कि जो हमारी सुनेगा हम उसी की सुनेंगे . क्योंकि राजनीति में जिसके पास दल है उसी के पास बल है. और उसी की समस्या का हल भी हुआ है .उन्हों ने कई नेता का नाम लेते हुए कहा कि इन सबो ने अपने समाज के लिये लड़ाई लड़ा और फतह भी हासिल किया है . इसलिए हमे भी एक जुट होना होगा. और अपने आरक्षण के लिए लड़ना होगा क्यो की हमे अपने लोगों की समस्या का हल चाहिए और या आरक्षण कोई नई बात नहीं है कई राज्यों में हमारे समुदाय के लोगों को आरक्षण मिलती लेकिन बिहार यूपी झारखंड किन राज्यों में है इन राज्यों में हमें आरक्षण से वंचित रखा गया है उन्होंने यह भी कहा कि नही महे प्रधानमंत्री बनने की लालसा है और नही सांसद बनने की ,क्यो की हमारी लड़ाई वैसे लोगों के लिए है जो किसी भी जाति के हो और वे शोषित है. बस उनकी लड़ाई के लिए हम खड़े है और लड़ रहे हैं. श्री साहनी ने यह भी कहा कि हमें समझौता करने को कहा गया और एक तरह से एक धमकी भी दी गई कि आपके वोट बैंक बिकाऊ है उसे खरीद लेंगे मगर हमने समझौता नहीं किया बाकी आपके सामने है।श्री साहनी ने कहा कि निषाद जाति बिकाऊ नहीं है . अगर बिकाऊ है तो यह आने वाला वक्त ही बतायेगा, की कौन बिकाऊ है. उन्होंने यह भी कहा कि आगामी होने वाला चुनाव में हम न इधर है और न उधर है जो मेरा सुनेगा मैं उसी का सुनुगा और उसी के साथ मिल कर 2024 का चुनाव भी लडूंगा।
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