बता दें कि उन्नाव स्थित राजेपुर की शीला राजपूत दौड़ प्रतियोगिता में पांचवी रैंक लाकर जिले का नाम रोशन कर दिखाया लेकिन शीला राजपूत इस मुकाम को पाने के लिए काफी संघर्ष किया शीला राजपूत महत करीब 5 साल की थी तभी शीला की मां की मृत्यु हो गई थी और, रह गए थे शीला के पिता जगदीश राजपूत उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं था और शीला राजपूत की परवरिश करने वाला कोई नहीं था शीला की एक छोटी बहन भी है शीला राजपूत जिले का नाम अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती थीं और नई कामयाबी को पाना चाहती थी शीला भूल बैठी थी कि अब मुझे कोई पढ़एगा और मुझे एक नई कामयाबी की ओर ले जाएगा लेकिन आमिर खान डिफेंस एंड स्पोर्ट्स अकैडमी आमिर खान शीला राजपूत के लिए भगवान बन गए आमिर खान शीला राजपूत को लेकर आए और अच्छे संस्कार सिखाया और अच्छी शिक्षा दिया उनको और सभी प्रतियोगिताओं में लेकर जाने लगे जिससे शीला राजपूत का मनोबल बढ़ने लगा और वह अच्छी मेहनत करने लगी जब शीला राजपूत प्रदेश में धीरे धीरे चर्चित होने लगी तब शीला राजपूत को देश और जिले के अधिकारी उनको सम्मानित करने लगे यहां तक उन्नाव के डीएम अपूर्वा दुबे और सांसद साक्षी महाराज उन्नाव के और अन्य अधिकारी शीला राजपूत को सम्मानित किया शीला राजपूत की परवरिश करने वाले आमिर खान उन्नाव आवास विकास के निवासी हैं और इनकी खुद की आमिर खान डिफेंस एंड स्पोर्ट्स अकैडमी है जिसमें काफी लड़कियां भाग ले चुकी हैं और आमिर खान सभी लड़कियों को अपनी बहन और परिवार की तरह रखते हैं बता दें कि शिल्पा राजपूत का स्वास्थ्य बिगड़ा तो उन्नाव के जिला अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे आमिर खान जहां शीला राजपूत को भर्ती कर लिया गया और आमिर खान रात दिन शिल्पा राजपूत के साथ बैठे रहे और जरा जरा मिनट पर शिल्पा राजपूत से हालचाल पूछते रहे
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