कलाकार सुमित गुंजन द्वारा हूल क्रांति दिवस के अवसर पर, हजारीबाग के संत कोलंबस ग्राउंड में 12,000 वर्ग फीट में शहीद सिदो और कान्हु मुर्मू का पोर्ट्रेट बनाया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रशासन एवं एनटीपीसी प्रबंधन की अहम भूमिका रही है। एनटीपीसी कोयला खनन परियोजना ने कार्यक्रम का मुख्य प्रायोजक बन कलाकार सुमित गुंजन को सहायता प्रदान की। कलाकार सुमित गुंजन जो की गिरिडीह जिला के रहने वाले हैं। गुंजन ने अभी पिछले वर्ष 2022 के दिसंबर में अपना पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था जिसमे उन्होंने अपनी टीम के साथ भगवान बिरसा मुंडा का पोर्ट्रेट बनाया था वो भी वेस्ट ईंटो और पैंट से 11,200 वर्ग फीट में और वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन से उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब मिला था। इस अवसर पर उपस्थित एनटीपीसी कोयला खनन परियोजना से नैगम समाजिक दायित्व के महाप्रबंधक श्री पंकज धयानी ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के वीर-वीरांगनाओं को शत-शत नमन किया एवं बताया कि आजादी की पहली लड़ाई वैसे तो सन 1857 में मानी जाती है। लेकिन, झारखंड के आदिवासियों ने 1855 में ही अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। साल 1855 30 जून को सिद्धू और कान्हू के नेतृत्व में मौजूदा साहेबगंज जिले के भगनाडीह गांव से यह विद्रोह शुरू हुआ था। इस मौके पर सिद्धू ने नारा दिया था- ‘करो या मरो, अंग्रेजों हमारी माटी छोड़ो’। उन्होने यह भी कहा कि एनटीपीसी हमेशा से कला को प्रमोट करता है और भारत सरकार के वोकल फोर लोकल को सपोर्ट करता है। वोकल फॉर लोकल का मतलब है की देश में निर्मित वस्तुओं को केवल खरीदें नहीं बल्कि साथ में गर्व से इसका प्रचार भी करें। आगे उन्होंने कहा क्योंकि हर ब्रांड पहले लोकल ही थे उसके बाद ही ग्लोबल ब्रांड बने है ठीक उसी तरह हमे अपने लोकल कला, कलाकार को ग्लोबल ब्रांड बनाना है। कलाकार सुमित गुंजन की टीम में रिया कुमारी जो की बोकारो से है और पहले भी एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी है और अभी गुंजन के टीम में मीडिया और प्रमोशन का कार्यभार संभाल रही है। अनुराधा साव गिरिडीह से है और टीम की मुख्य कलाकार है, इसके बाद टीम के मार्केटिंग मैनेजमेंट का कार्यभार अमन साव करते हैं, इनके अलावा टीम में अभिषेक, कुंदन, श्रुति, मेहक, गोलू, सोनू, सुमित, पिंटू, सुभाष स्कूली छात्र हैं, इनके अलावा टीम में प्रीत राज एक मुख्य कलाकार हैं जो की हजारीबाग के ही रहने वाले हैं और रुक्मणि देवी जो की गिरिडीह की रहने वाली घरेलू महिला हैं और कला में काफी रुचि रखती हैं। इस अवसर पर पकरी बरवाडीह परियोजना के उप-महाप्रबंधक श्री अजीत कुमार एवं जनसंपर्क अधिकारी मुकुल तायल भी उपस्थित थे।
Posted inJharkhand