गंजबासौदा – मुख्यमंत्री ने दी कई सौगातें सभी नेताओं ने तथा संगठनों ने दिए मांग पत्र।

स्लग मुख्यमंत्री ने दी कई सौगातें सभी नेताओं ने तथा संगठनों ने दिए मांग पत्र। गंजबासौदा को जिला बनाने के लिए दिया गया ज्ञापन। उदयपुर कोरिडोर की घोषणा पर नागरिकों तथा समिति ने किया आभार व्यक्त। हेलीपेड पर पत्रकारों से बचते नजर आए मुख्यमंत्री । गंजबासौदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाडली बहनों को ₹1000 प्रतिमाह देने की घोषणा के बाद पहली बार गंज बासौदा आए इस दौरान उन्होंने अनेकों बार लाडली बहना योजना तथा अन्य लाभान्वित योजनाओं का जिक्र किया जो वे प्रदेश की जनता को देना चाहते हैं मुख्यमंत्री ने गंजबासौदा को 175 बिस्तर वाले अस्पताल सहित करोड़ों रुपए की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने अनेकों बार जनता जनार्दन से लाभकारी योजनाओं पर ताली बजाने के लिए कहा मुख्यमंत्री के आगमन तक अनेकों कुर्सियां भी खाली पड़ी रही । कई महिलाएं जिनके खाते में पूरे पैसे नहीं आए वे भी निराश व गुस्से में दिखाई दी लेकिन मुख्यमंत्री के आते-आते अच्छी खासी जनता एकत्रित हो गई। विधायक लीना जैन ने क्षेत्र की कई मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखा अनेक महत्वपूर्ण मांगों का जिक्र उन्होंने किया लेकिन उन्होंने गंजबासौदा को जिला बनाने की मांग को छोड़ दिया । विधायक एवं नगर पालिका अध्यक्ष ने भी विकास के लिए अनेक मांगों का मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। उदयपुर को कॉरिडोर बनाने की मांग की थी उनकी तथा आम जनता की इस मांग को मुख्यमंत्री ने मंच से घोषणा की कि निकट भविष्य में उदयपुर को उज्जैन महाकाल की तर्ज पर कोरिडोर बनाया जाएगा जैसे ही मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की पूरा जनसमुदाय तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। आपको बता दें कि चुनाव में कुछ माह शेष है बासौदा की जनता जिला बनाने की मांग कर रही है इस बात को मुख्यमंत्री भली-भांति समझते हैं । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अनेक योजनाओं की घोषणा भी की वही जल्दबाजी में मुख्यमंत्री केवल मंच के समीप खड़े विदिशा जिले के कुछ चुनिंदा पत्रकारों को वाइट देकर चले गए हेलीपैड पर मौजूद अधिकांश पत्रकारों को उन्होंने यह कहते हुए बचने की कोशिश की कि वे वाइट दे चुके हैं इससे स्थानीय पत्रकारों में रोष देखा गया। चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री का यह दौरा कुल मिलाकर चुनावी जंग का शंखनाद करने जैसा था अब इस लक्ष्य में कितना सफल हुए हैं यह तो आने वाला चुनाव बताएगा।

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