पश्चिम बुर्दवान जिला के पानागढ़ रेलवे स्टेशन संलग्न 103 नंबर रेल फाटक बंद होने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रतिदिन ही इस तरह के मामला यहां पर देखने को मिलता है। इस वहज से लोगों के द्वारा अपनी जान को जोखिम में डाल कर रेलवे क्रॉसिंग पार करते है। रेलवे पुलिस और प्रशासन की बार-बार चेतावनी के बावजूद लोगों के द्वारा रेलवे क्रॉसिंग पार करना जारी है और इस कारण रेलवे क्रॉसिंग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। गौरतलब है कि लतिका ठाकुर नाम की महिला अपने पांच साल के बच्चे के साथ बीते शनिवार की शाम को रेलवे गेट नंबर 103 बंद होने के बावजूद रेलवे लाइन पार करते समय सियालदा राजधानी ट्रेन की चपेट में आ गयी थी,जिस कारण लतिका ठाकुर की मौके पर ही मौत हो गई और पांच साल का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.इसको देकते हुए क्षेत्रवासियों की काफी समय से शिकायत है कि रेलवे फाटक संख्या 103 घंटों बंद रहता है नतीजा यह होता है कि यहां पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है ।इस रेलवे फाटक के लंबे समय तक बंद रहने से आम लोगों से लेकर इस सड़क किनारे स्थित व्यवसायियों तक को कई तरह की परेशानी होती है।आरोप है कि इस रेलवे फाटक के बंद होने के कारण एक व्यक्ति ने अपने बीमार पिता को खो दिया।पानागढ़ रेलवे स्टेशन संलग्न 103 नंबर रेलवे फाटक के लंबे समय तक बंद रहने के कारण लोग अपना धैर्य खो देते हैं और रेलवे फाटक बंद होने के बाद भी लोग रेलवे क्रॉसिंग पार करते है जिस कारण दुर्घटना घटती है। वही कुछ लोगों की शिकायत है कि रेलवे पुलिस अपना काम ठीक से नहीं करने के कारण यहां पर दुर्घटना होती है। इसलिए स्थानीय लोगों की एक साथ मांग है कि अगर इस 103 नंबर रेल फाटक पर ओवर ब्रिज का निर्माण हो जाए तो पूरे स्थानीय लोगों को आए दिन होने वाली दुर्घटना और जाम से मुक्ति मिल जाएगी।
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