ग्वालियर मध्यप्रदेश
रिपोर्टर विक्की शर्मा
एंकर- ग्वालियर में खाड़ी देश में नौकरी लगवाने के नाम पर ग्वालियर के इंजीनियर से जिस ठग ने 73 लाख रुपये की ठगी करली हैं, उसने देशभर में इस तरह कई लोगे के साथ ठगी की है। इसका खुलासा उसकी काल डिटेल रिपोर्ट से हुआ है। ग्वालियर के माधाैगंज स्थित गाड़वे की गोठ के रहने वाले आशीष शास्त्री इंजीनियर हैं। उन्होंने माधव इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड साइंस से इंजीनियरिंग की है, साथ ही अपने बैच के टापर भी है। उन्हें नौकरी की तलाश थी। इसके लिए उन्होंने एक बेवसाइट पर संपर्क किया, जिस पर नौकरी दिलाने वाली कंसल्टेंसी एजेंसी के बारे में लिखा हुआ रहा। उन्होंने संपर्क किया तो काल आना शुरू हो गए। उनकी नौकरी खाड़ी देश में लगवाने का झांसा दिया।
वीओ-ग्वालियर के माधोगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले इंजीनियर आशीष ने बताया कि उनसे करीब एक साल पहले ठगों ने 73 लाख रुपये उनसे ठगी करली है। इसके बाद और सात लाख मांगे तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे। रुपये वापस मांगे तो ठगी करने वाले बोले कि रुपये पूरे तब वापस मिल पाएंगे, जब सात लाख डालकर पूरे आठ लाख की राशि हो जाएगी। तब इंजीनियर ने आरटीआइ कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी से संपर्क किया। आशीष ने पुलिस अफसरों से बात की, तब एफआइआर दर्ज हुई। क्राइम ब्रांच की सायबर सेल उसकी पड़ताल में लगी है। सायबर सेल ने वह खाता ढूंढ लिया है, जिसमें रुपये ट्रांसफर करवाए। साथ ही जब उस नंबर की काल डिटेल रिपोर्ट निकलवाई, जिस नंबर से ठग बात करता है तो वह नंबर दिल्ली का निकला। जब उसकी काल डिटेल सामने आई और उन लोगों से सायबर सेल ने बात की तो वह सब वह लोग थे, जिनके साथ ठगी हुई। यानी ठग ने इस सिम से सिर्फ उन्हें ही काल किया, जिन्हें ठगा। बाकी किसी से संपर्क नहीं किया, इससे पता लगा है कि उसने देशभर में ठगी की है। उधर उसकी लोकेशन दिल्ली के चाणक्यपुरी में मिली है, लेकिन बिल्कुल सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही है। इसलिए फिलहाल पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है।
बाइट-राजेश दंडोतिया,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,क्राइम ब्रांच,ग्वालियर