महिला सरपंच को अनदेखी कर सरपंच के पारिवारिक लोगों और सरपंच पति के नाम पर फर्जी बिल लगवा कर राशि निकाली जा रही है ताकि भविष्य में यदि पंचायत की रिकवरी निकले तो सरपंच के ऊपर सारा मामला खत्म हो इस तरीके की चतुराई से महज भारी भ्रष्टाचार जनपद पंचायत बाबई चीचली की ग्राम पंचायत सिंहपुर छोटा में देखने को मिल रहा है न्यूज़ इंडिया 24 के प्रतिनिधि द्वारा जब ग्राम का भ्रमण किया गया तो देखा गया कि 5 वा वित्त आयोग से बनने जा रहे सार्वजनिक चबूतरा निर्माण किसी की निजी भूमि में निजी स्वार्थ से बनता नजर आ रहा है जिसकी सचिव महोदय से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया है कि जिस भूमि पर सार्वजनिक चबूतरा बन रहा है वह शासकीय भूमि है और वह भूमि जिस पर वर्तमान में उपसरपंच महोदय का कब्जा है भूमि शासकीय है या लगानी है इसकी पुष्टि पटवारी के द्वारा कराना शेष है वही शासकीय प्राथमिक शाला भवन में शौचालय मरम्मत कार्य के नाम पर संपूर्ण धनराशि निकालकर आहरण करने की फिराक में है प्रतिनिधि शौचालय मरम्मत में कोई कार्य नहीं किया गया केवल उसकी पुताई की गई है जोकि बच्चों की ऊपर हो रहे शासकीय धन खर्च का एक हिस्सा है चेक डैम निर्माण में केवल शिलान्यास लगाया गया है और ₹14688 की राशि निकाली गई इस तरीके की शासकीय राशि का बंदरबांट होना यह दर्शाता है कि कहीं ना कहीं प्रतिनिधियों के वारे न्यारे हो रहे हैं आंगनवाड़ी भवन निर्माण बाउंड्री वॉल निर्माण आदि चल रहे कार्यों में अधिकतर फर्जी बिलों के सहारे लाखों रुपए बंदरबांट किए जा चुके हैं जिसकी शिकायत लिखित रूप से जनपद पंचायत सीईओ बाबई चीचली को बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने दर्ज करा कर उक्त कार्यों की व संपूर्ण बिलों की जांच कराने हेतु शिकायत दर्ज कराई है सीओ साहब के द्वारा सात दिवस में उक्त प्रकरण को जांच में लेकर प्रतिवेदन रिपोर्ट पेश करने का आदेश भी दिया गया सीईओ द्वारा शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया गया है कि निष्पक्ष जांच करा कर दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी
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