गोटेगांव – बंदरों के आतंक से नागरिकों व बच्चों का घर से निकलना हुआ दुश्वार

गोटेगांव – बंदरों के आतंक से नागरिकों व बच्चों का घर से निकलना हुआ दुश्वार

नरसिंहपुर गोटेगांव संपूर्ण नगर में विगत लंबे अरसे से तीनचार बंदरों ने आतंक मचा कर शहरवासियों एवं बच्चों का घर से निकलना दुश्वार कर देने के साथ-साथ भय दहशत भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दिया है क्योंकि इन दोनों बंदरों का आतंक चरम सीमा पर होने के कारण आमनागरिक अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है विगत दिवस बंदरों द्वारा आतंक मचाते हुए बस स्टैंड क्षेत्र के एक व्यक्ति पर हमला करने का प्रयास करने पर जान बचाकर भागते समय पैर में गंभीर चोट आने से घायल हो गया इतना ही नहीं विभिन्न मोहल्लों गली कूचे के अलावा बंदरों ने अनेको घरों के रसोई घर में रखी विभिन्न प्रकार की सामग्री को क्षतिग्रस्त करने के साथसाथ यह बंदर खूंखार रूप धारण करके बच्चों की जान के दुश्मन बने हुए हैं कभी भी किसी के घर में बेखौफ होकर भीतर घुसकर धावा बोल कर खानेपीने की सामग्री के अलावा घर गृहस्थी की अन्य सामग्री को भी नुकसान पहुंचाने के अलावा लेकर भी भाग जाते है इस कड़कड़ाती भीषण गर्मी के मौसम में इन बंदरों के आतंक के कारण मेन बाजार फुंव्वारा चौक मुरलीधर मंदिर पथरियाकुआं शिक्षक कॉलोनी सहित आसपास के विभिन्न वार्डों के रहवासी नागरिक बच्चे सुबह या शाम के समय घर गृहस्थी का सामान डालने उठाने के साथ-साथ बच्चे पतंग उड़ाने के लिए छत व आंगन में जाते हैं तो बंदर उन पर हमला करने का प्रयास करते हैं जिसके कारण रहवासियों में भय दहशत का माहौल व्याप्त है बंदरो के आतंक की वजह से शहरवासियों को विभिन्न प्रकार की परेशानियां उठानी पड़ रही है इतना ही नहीं बंदरों के आतंक व दहशत के कारण बीमार बुजुर्ग व्यक्तियों का घर के अंदर अकेले छोड़ना परेशानी का सबब बनता जा रहा है क्योंकि परिवार जनों को यह भय सताता रहता है ना जाने कब बंदर घर के अंदर घुस कर बीमार बुजुर्गों पर हमला ना करदे बंदरों से परेशान नागरिकों ने बतायाकि बंदरों द्वारा कुछ लोगों को झपट कर उनकी बनियान खींचकर चोट पहुंचाने का प्रयास किया गया ऐसी स्थिति मे आमनागरिक अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति काफी भयभीत व परेशान नजर आ रहे है क्योंकि उसे हर वक्त यही भय सताता रहता है ना जाने कब बंदर आकर उनके बच्चों को कोई नुकसान ना पहुंचा दें शहरवासियों ने जनहित को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन व वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों से कोई भी अनहोनी अप्रिय घटना घटित होने से पहले इन बंदरों पकड़कर जंगली क्षेत्र में छोड़ने की मांग करते हुए बंदरों के आतंक से शीघ्र अतिशीघ्र निजात दिलाए जाने की अपेक्षा की है

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