महिदपुर
जीतू माली की रिपोर्ट
एसडीएम ने की पत्रकारों से बदतमीजी
स्वाभिमानी पत्रकारों ने खोला मोर्चा
हाल ही में संपन्न नगरीय निकाय चुनाव व पंचायत निर्वाचन में दोनो ही रिटर्निंग ऑफिसर तहसीलदार विनोद शर्मा एवम एसडीएम कैलाश ठाकुर ने म. प्र. निर्वाचन आयोग के आदेश व निर्देशों के बावजूद भी महिदपुर के पत्रकारों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के रिपोर्टर्स को निर्वाचन की रिपोर्टिंग हेतु पूर्व निर्वाचन की तर्ज पर पास यह कहकर नही दिए की केवल अधिमान्य पत्रकारों को ही पास जारी होंगे l किंतु वोट गिनती के दिन देखा गया की अधिमान्य पत्रकार के अलावा अपने शागिर्द जैसो के पास एसडीएम ने बना दिए और उन्हे वोटो की काउंटिंग स्थल पर बैठा दिया..वोट काउंटिंग स्थल पर लगभग डेढ़ दर्जन पत्रकार व रिपोर्टर्स इक्कठे थे इसी दौरान एसडीएम रिटर्निंग आफिसर की गाड़ी सामने आते देख इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ पत्रकार अपने माइक लेकर एसडीएम की गाड़ी के सामने तो तानाशाही एसडीएम का पारा चढ़ गया पत्रकारों के पूछे गए सवालों पर बौखला और पत्रकारों के साथ बदतमीजी करते हुए माइक आईडी को हाथ से धक्का देते हुवे मीडिया कर्मियों को अपमानित कर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपनी गाड़ी में बैठ दुम दबाकर भाग निकले.. फिर क्या था पत्रकारों का गुस्सा भड़क उठा और मामले को लेकर तानाशाही एसडीएम कैलाश ठाकुर के विरुद्ध महिदपुर पत्रकारों का दल उज्जैन पहुंच कर संभाग आयुक्त संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह और उज्जैन संभागीय संयुक्त संचालक रश्मि देशमुख को ज्ञापन सौंपा एसडीएम ठाकुर पर कड़ी कार्रवाई के साथ प्रकरण दर्ज कर निलंबन की मांग की गईं। और यदि एक हफ्ते में तानाशाही एसडीएम कैलाश चंद्र ठाकुर पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई तो पत्रकार संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।