गोरखपुर – दक्षिणांचल की खबर गोरखपुर जनपद में शाकाहार -सदाचार सुनाने के उद्देश्य से पूज्य पंकज जी…

जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के मुख्यालय मथुरा से 24 मई को चलकर बाराबंकी में सन्देश सुनाकर, पूरे गोरखपुर जनपद में शाकाहार-सदाचार सुनाने के उद्देश्य से पूज्य पंकज जी महाराज ग्राम लखुआपाकड़ के राजकीय कन्या विद्यालय के बगल मैदान में अपना सन्देश सुनाने के बाद अपराह्न 3 बजे ग्राम मीरपुर पधारे। भीषण तपिश के बाद भी घण्टों पूर्व से क्षेत्र के स्थानीय भाई-बहन कतारों में स्वागत के लिये फूलमाला, कलश, गाजा-बाजा लिये खड़े दिखाई दिये और उन्होंने बड़ा ही भावपूर्ण स्वागत पूरे काफिले का किया। सायं 3.30 बजे से प्रार्थना व सत्संग समारोह का आयोजन हुआ। सत्संग सुनाते हुये संस्था प्रमुख ने कहा ‘‘पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पण्डित भया न कोय, ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पण्डित होय’’ को उद्धृत करते हुए कहा ढाई अक्षर का मतलब ष आधा ब् और द। वही नाम है जो उस प्रभु के देष से निरन्तर आ रहा है। जिसको सन्तों ने आकाषवाणी, अनहद वाणी, धुर की वाणी, वर्ड या लॉगस, ‘ताओ’ कहकर याद किया। हे भाई-बहनों! जब आप सुरत षब्द (नाम योग) की साधना करेंगे तो सन्त सतगुरु की दया से आप की दिव्य दृश्टि खुल जायेगी और आप प्रकाष के चौड़े मैदान में खड़े हो जायंेगे। दिव्य कान से आकाषवाणी को सुनकर आपका रोम-रोम पुलकित हो जायेगा और आपका मानव जीवन सफल हो जायेगा। उन्होंने सुरत षब्द योग (नाम योग) साधना पर प्रकाष डालते हुये कहा कि इस कलयुग में सन्तों का अवतरण हुआ और उन्होंने पिछले युगों की कठिन साधनाओं को रोककर इस साधना का मार्ग जारी किया। यह आत्मा (रूह) आकाषवाणी पर उतारकर यहां लाई गई। जब प्रभु की प्राप्ति करने वाले सन्त सतगुरु मिलेंगे तो साधना का रास्ता बता देंगे और दया मेहर करेंगे तो आप प्रकाष के चौड़े मैदान में खड़े हो जायेंगे और षब्द को पकड़ करके गुरु कृपा से आगे के मण्डलों में चले जायेंगे तो जैसे चिड़िया अपने घोसले से निकलकर आसमानों की सैर करती है उसी तरह आत्मा भी निकलकर उपर के मण्डलों की अरबों खरबों मील का सफर करके वापस अपने षरीर में लौट आयेगी। रास्ता सच्चा है आप करेंगे तो आपकी भी सुरत की चढ़ाई होगी और आपका मानव जीवन सफल हो जायेगा। इसके लिये शाकाहारी-सदाचारी रहना होगा तथा शराब जैसे खराब नशों का त्याग करना होगा। संस्थाध्यक्ष ने आगामी 1 से 5 जुलाई तक जयगुरुदेव आश्रम मथुरा में होने वाले गुरुपूर्णिमा पर्व पर पधारने के लिये सभी वर्ग के लोगों को सादर आमन्त्रण भी दिया। उन्होंने बताया आगरा-दिल्ली बाईपास रोड, मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव मन्दिर है जहाँ एक बुराई चढ़ाने पर एक मनोकामना की पूर्ति होती है। ऐसा ही भव्य मन्दिर जयगुरुदेव जन्मभूमि खितौरा जिला इटावा में भी बना है। यहाँ सभी धर्म के लोग आते हैं। इस कार्यक्रम में शांति व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। इस अवसर पर जयगुरुदेव गोरखपुर के अध्यक्ष जयराम मास्टर, ब्लाक अध्यक्ष फूलबदन, फेरई पूर्व प्रधान मीरपुर, हंसराज, सन्तराज, सह. संगत जिला रायबरेली के सतीश कुमार सिंह, सन्त शरण उर्फ राजा के साथ-साथ संस्था के महामन्त्री बाबूराम यादव, मथुरा आश्रम के प्रबन्धक व प्रा. अध्यक्ष सन्तराम चौधरी, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, संगत दिल्ली प्रदेश के विजय पाल सिंह, म.प्र. के महासचिव बी.बी. दोहरे, उपदेशक डा. कुँवर बृजेश सिंह आदि के साथ संस्था के कई पदाधिकारी व प्रबन्ध समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे। ===============जिला क्राइम रिपोर्टर शैलेश पांडेय

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