झाझा नगर पंचायत में नगर परिषद अध्यक्ष के लिए चुनाव होने का दिन अब ज्यादा नहीं है तो ऐसे में प्रत्याशी अपना जलवा और रुतबा दिखाने को लेकर एनजीओ के कार्यक्रम में पहुंचकर सर्टिफिकेट बांट महिलाओं के साथ बड़े ही जोश में अपने चुनाव जीतने का डंका पीट देते हैं और कहते हैं कि चुनाव जीत कर आने के बाद महिलाओं के लिए बहुत कुछ करूंगा। सवाल उठता है कि झाझा नगर परिषद के वार्ड संख्या 20 में जब मांझी टोला के लोगों ने ही अपनी बात इन प्रत्याशियों के बीच रखी तो उनसे मिलने के लिए इन लोगों के पास समय नहीं था आखिर ऐसे में वैसे प्रत्याशी जो सिर्फ कॉलर और क्रीच वाले लोगों को देखने का ही काम करते हैं तो फिर वह गरीब लोग इन्हें वोट क्यों दें और क्यों इन्हें एक नगर परिषद के अध्यक्ष के रूप में चुने यह एक अहम सवाल बनता है। दुसरी और जिन लोगो को भ्रमण के दौरान वार्ड का नंबर याद नहीं होता क्या उन्हे जीत जाने के बाद आम आदमी का चेहरा याद रहेगा।
Posted inBihar