कैमूर जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के गोबरछ गांव में पूर्णमासी के दिन बिना खून के काली मां को बली दिया गया। वही काली मां समिति के संस्थापक रामकुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि कई वर्षों से ज्येष्ठ के पूर्णमासी को बिना खून के भेड़ का बली देने का परंपरा चली आ रही है। जहां ग्रामीणों द्वारा चंदा इकट्ठा कर धूमधाम से पूजा पाठ के साथ हवन कराया जाता है। इस पूजा में आसपास के कई गांवों के लोग भी मौजूद होते हैं जो यह पूजा करने से पूरे गांव और देश के समाज के कल्याण के लिए होता है। काली मां के पुजारी हरिद्वार बिंद द्वारा बताया गया कि पूजा करने से पहले ग्रामीण के महिलाओं द्वारा 7 दिन पहले से ही सुबह में पानी और अढउल का फूल चढ़ाया जाता है। जिसके बाद आज पूर्णमासी को ग्रामीणों की उपस्थिति में काली मां को बिना खून के भेड़ का बलि देकर पूजा किया जाता है। ताकि गांव समाज के साथ ही पुरे देश के कल्याण के लिए यह पूजा किया जाता है। जहां पूजा समिति के सदस्य अवधेश मिश्र राम अवतार यादव सुग्रीम सिंह राम अवतार यादव अवधेश मिश्र केश्वर कुमार राजू कुमार एवं ग्रामीण लोग मौके पर उपस्थित रहे हैं।
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