गिद्धौर। थाना क्षेत्र के बंधौरा छतरपुर नदी घाट पर बालू लदे ट्रकों के आवगमन से जुड़े रास्ता के विवाद को लेकर दो पक्षों में गुरुवार की देर संध्या झड़प हो गयी जो मारपीट में बदल गया. जानकारी के अनुसार बंधौरा बालू घाट से बालू लदे ट्रकों के आवागमन को लेकर छतरपुर गांव के ग्रामीणों द्वारा रास्ता विवाद को लेकर मारपीट होने की बात बतायी गयी। बालू घाट पर आवागमन से जुड़े रास्ता विवाद को लेकर हुए इस घटना को ले छतरपुर गांव के ग्रामीणों द्वारा विरोध जताया जा रहा था, इसी रास्ते से जुड़े विवाद को लेकर गंगरा एवं छतरपुर के कुछ लोगों में मारपीट हो गयी।घटना गुरुवार की देर संध्या की बतायी जाती है. घटना को लेकर छतरपुर गांव के ग्रामीण रमेश कुमार, पंकज कुमार आदि ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया है कि गांव के ही सुरेंद्र यादव सहित अन्य लोगों के निजी जमीन से बालू लदे ट्रकों का आवागमन करवाया जा रहा था, विरोध करने पर बालू घाट से जुड़े व्यक्ति छोटे सिंह, प्रिंस कुमार सिंह, निरंजन सिंह, संतोष सिंह, मोनू सिंह दबंगो द्वारा ग्रामीणों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया।वही एक राउंड हवाई फायरिंग भी किया गया इस घटना में छतरपुर गांव के ग्रामीण महिला बसंती देवी, शांति देवी सुरेंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में सभी घायलों को ग्रामीणों की मदद से दिग्विजय सिंह समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गिद्धौर लाया गया जहां ड्यूटी पर मौजुद चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु उसे सदर अस्पताल जमुई रेफर कर दिया गया. इधर इस घटना मे ग्रामीणों ने बताया कि छोटे सिंह हर ट्रक से 300 लेकर मेरे निजी जमीन में गाड़ी को पार कराता था इस दौरान गोली चलने की बात भी छतरपुर के ग्रामीणों द्वारा बतायी जाती है। वहीं घटना को लेकर गिद्धौर पुलिस दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की तहकीकात कर रही है। घटना किन कारणों से घटी क्या विवाद है, इस विषय पर अभी पुलिसिया छानबीन जारी है। कहते हैं थानाध्यक्ष इस संदर्भ में गिद्धौर थानाध्यक्ष बृजभूषण सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि किसी भी पक्ष की ओर से घटना को ले कोई आवेदन नही दिया गया है रास्ता विवाद से जुड़े मामले के निबटारे को ले अंचलाधिकारी को सूचित करवा दिया गया है। मारपीट से जुड़े मामले पर पुलिस गहनता से छानबीन कर रही है। गोली चलने से जुड़ा कोई साक्ष्य नही मिला है।
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