टीकमगढ़ – समिति प्रबंधक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत ,परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाए आरोप..

समिति प्रबंधक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत ,परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाए आरोप, एसडीएम ने कहा जांच के बाद स्थिति होगी स्पष्ट।,परिजनों ने बताया समिति की जांच को लेकर साथ ले गए थे, हालत खराब होने पर बड़ागांव अस्पताल में कराया भर्ती ,हालत गंभीर होने के चलते जिला अस्पताल किया रेफर, जहां डॉक्टरों ने कर दिया मृत घोषित। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल! तहसीलदार व प्रशासन पर लगा रहे हैं मौत के आरोप, तहसील बड़ागांव अंतर्गत ककरवाहा सोसाइटी का है मामला। बी ओ -मामला बड़ागांव तहसील अंतर्गत ग्राम का ककरवाहा का है, जहां पर सोसाइटी प्रबंधक स्वामी प्रसाद सेन की गेहूं उपार्जन को लेकर जांच की जा रही थी। जिसके बाद उन्हें साथ में ले जाया गया, वहीं परिजनों द्वारा बताया गया है कि जांच के बहाने अपने साथ ले जाया गया फिर कुछ समय बाद फोन आता है कि आप के परिजन की तबीयत खराब है और आप बड़ागांव स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे परिजनों ने बताया कि जब वह बड़ागांव स्वास्थ्य पहुंचे तो उनकी हालत काफी खराब दिखाई दे रही थी इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। मृतक के पुत्र अक्षय सेन द्वारा बताया गया कि उनके पिता को धमकी दी जा रही थी कि उनकी जमीन और उनके मकान तोड़ दिये जाएगें, जिससे वह काफी घबराए हुए थे। क्योंकि उनकी जांच चल रही थी और उन्हें साथ में ले जाया गया था और फोन लगाकर बताया था कि तबीयत खराब है ज़िला अस्पताल में रेफर कर दिया गया है जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के पुत्र द्वारा बताया गया कि यह मामला काफी संदिग्ध लगता है। उनके पिता की मौत का कारण तहसीलदार और प्रशासनिक अधिकारी हैं जिनके द्वारा उन्हें डराया धमकाया गया और उनकी मौत हो गई। वहीं उक्त मामले में टीकमगढ़ एसडीएम सीपी पटेल द्वारा बताया गया है कि गेहूं उपार्जन को लेकर जांच चल रही थी। इस दौरान यह घटना सामने आई है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं है यह एक जांच का विषय है।जांच के उपरांत ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी। वह इस मामले में सहकारिता विभाग के डीआर एसपी कौशिक कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं लेकिन फिलहाल मृतक के परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल है और उनके द्वारा आरोप प्रशासन पर लगाए जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि आगे क्या कार्रवाई होती है। मौत को क्या रूप दिया जाता है । आत्महत्या या फिर घबराकर मौत होना यह तो आने वाला समय तय करेगा

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