मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मिनी कश्मीर के नाम से पहचाने जाने वाली सतपुड़ा (Satpura) की रानी पचमढ़ी (Pachmarhi) इन दिनों विदेशी पर्यटकों को खूब भा रही है. महज मार्च और अप्रैल के दो महीने में ही दो हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक पचमढ़ी पहुंचे हैं. जबकि इन्हीं दो महिनों में देश भर से 47 हजार 899 पर्यटकों ने पचमढ़ी में स्थित प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा है।
गर्मी की छुट्टियों में पर्यटन स्थल पचमढ़ी और मढ़ई-चूरना सैलानियों को खूब भा रहा है. सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी और टाइगर रिजर्व मढ़ई चूरना में बड़ी संख्या में देश सहित विदेशी पर्यटकों का आने जाने का सिलसिला अनवरत जारी है. मार्च-अप्रैल महीने में ही यहां दो हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक आए हैं, जबकि मई महीने में भी यहां विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है।
पचमढ़ी में बढ़ी विदेशी सैलानियों की तादाद
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक संदीप फैलोज के अनुसार, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अच्छे प्रबंधन के मामले में देश में दूसरे नंबर पर आया है. वहीं पचमढ़ी, मढई-चुरना राजधानी भोपाल के भी नजदीक है. पचमढ़ी प्राकृतिक सौंदर्य भरा से भरा पड़ा है. यही कारण है कि अब दिन ब दिन पचमढ़ी में विदेशी सैलानियों की तादाद बढ़ती जा रही है. बीते सात महीनों की बात करें तो अक्टूबर महीने के बाद से पचमढ़ी में विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. अक्टूबर 2022 में जहां 156 विदेशी पर्यटक आए थे. वहीं नवंबर में 532, दिसंबर में 510, जनवरी 2023 में 535, फरवरी767, मार्च में 1162 पर्यटक पचमढ़ी पहुंचे।वहीं अप्रैल महीने में 835 विदेशी पर्यटक पचमढ़ी पहुंचे हैं।
बता दें देश के पर्यटकों के लिए भी पचमढ़ी अहम है. पूरे मध्य प्रदेश सहित पूरे देश भर से दो महीने में 47 हजार 899 पर्यटक पचमढ़ी पहुंचे हैं. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अनुसार, जुलाई 2022 से अप्रैल 2023 तक सैलानियों की संख्या देखें तो दो लाख 73 हजार पर्यटक पचमढ़ी पहुंचे हैं। प्रबधन के अनुसार 15 जून तक लगातार यहां पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहेगा।