साइबर फ्रॉड के मामलों बचने के लिए ऐसे करें फर्जी वेबसाइट की पहचान।

साइबर फ्रॉड के मामलों बचने के लिए ऐसे करें फर्जी वेबसाइट की पहचान।

हाल के कुछ दिनों में साइबर अटैक और हैकिंग के बहुत सारे मामले सामने आए हैं। देश में हर रोज किसी-ना-किसी इलाके में साइबर फ्रॉड हो रहे हैं। कई बार पता चलता है कि ई-मेल के जरिए हैकिंग हुई है। कई बार फर्जी साइट पर लोग चले जाते हैं। कई बार ऐसे मैसेज में किसी स्पैम या फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजा जाता है और जैसे ही लोग उस पर क्लिक करते हैं तो फिर उन्हें साइबर फ्रॉड के जाल में फंसाया जाता है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर हैकिंग और अटैकिंग वाले ई-मेल और फर्जी वेबसाइट्स लिंक्स को पहचानें कैसे?

ग्रामर और स्पेलिंग की गलती
सबसे पहले किसी भी ई-मेल और वेबसाइट को खोलने से पहले उस पर लिखे गए टेक्स्ट की स्पेलिंग चेक करें। आमतौर पर फेक मेल और साइट्स पर शब्दों की स्पेलिंग गलत लिखी होती हैं। कई बार ग्रामर की भी गलती आपको देखने को मिलती है।

नाम पर भरोसा ना करें
ई-मेल भेजने वाले के नाम पर भरोसा ना करें। कई बार हैकर्स आपके जानने वाले के नाम से ई-मेल भेजते हैं और आपको लगता है कि आपके दोस्त ने भेजा और फिर आप मेल को ओपन करते हैं। पूरी तरह से चेक करने के बाद ही मेल ओपन करें। ई-मेल एड्रेस (आईडी) भी चेक करें।

गलत URL
फर्जी साइट और ई-मेल को पहचानने का एक तरीका यह भी है। किसी भी मेल में आए लिंक को खोलने से पहले उस पर माउस लें जाएं। अब आपको पॉपअप के रूप में असली यूआरएल और हाइपरलिंक दिखेगा।