नकली फोटो को पहचानना होगा आसान।

नकली फोटो को पहचानना होगा आसान।

माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) एक नए फीचर पर काम कर रही है, इस फीचर की मदद से यूजर्स को एआई द्वारा बनाई गईं और नकली फोटो को पहचानने में मदद सकेगी। कंपनी ने इसके लिए नया नोट ऑन मीडिया फीचर (Notes on Media Feature) को पेश किया है। हालांकि, फिलहाल फीचर को टेस्ट किया जा रहा है। ट्विटर ने अपने कम्युनिटी नोट्स ट्विटर हैंडल से इस फीचर की घोषणा की है।

कंपनी ने अपनी घोषणा में कहा कि वह एआई-जनरेट की गई फोटो और हेरफेर किए गए वीडियो के प्रसार से निपटने के लिए नोट्स ऑन मीडिया नामक एक नई सुविधा की टेस्टिंग कर रही है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब जनरेटिव एआई तेजी से विस्तार कर रहा है और इस बात का डर है कि इससे वेब पर फेक न्यूज को तेजी से वायरल किया जा सकता है।

हाल ही में इसके कई उदाहरण भी देखने मिले हैं। दरअसल, एआई द्वारा बनाई गईं फोटो इतनी असली लगती हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि ट्विटर यूजर्स को मैनुपुलेट कंटेंट से दूर रखने के लिए के लिए नए टूल को पेश किया जा रहा है।

कैसे काम करेगा फीचर?
ट्विटर ने नए फीचर को लेकर ट्वीट के माध्यम से जानकारी शेयर की है। ट्विटर के अनुसार, नया नोट ऑन मीडिया फीचर के जरिए यूजर को फेक और ओरिजिनल कंटेंट की पहचान करने में मदद मिलेगी। जैसे ही यूजर किसी इमेज को शेयर करेगा, शेयर की गई इमेज पर एक नोट खुद-ब-खुद अपीयर हो जाएगा, जो उसके ओरिजिनल और फेक की डिटेल्स बनाएगा।

ये है ट्विटर की योजना
यह सुविधा वर्तमान में सिंगल फोटो वाले ट्वीट्स के लिए है, लेकिन ट्विटर इसे कई फोटो या वीडियो के साथ वीडियो और ट्वीट्स तक विस्तारित करने की योजना बना रहा है। ट्विटर का कहना है कि कम्युनिटी नोट्स केवल एक ट्वीट के लिए ही नहीं, बल्कि एक ही मीडिया वाले किसी भी ट्वीट के लिए वैल्युएबल कॉन्टैक्स प्रदान कर सकते हैं।

जैसे यह ट्वीट्स में काम करता है, वैसे ही इमेज में नोट्स एक अतिरिक्त संदर्भ देंगे जैसे कि इमेज भ्रामक है या एआई द्वारा बनाया गया है। यह सुविधा वर्तमान में 10 या उससे अधिक के राइटिंग इम्पैक्ट स्कोर वाले यूजर्स को केवल ट्वीट्स पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय ट्वीट्स के अंदर के मीडिया कंटेंट के बारे में स्वतंत्र नोट्स प्रदान करने की अनुमति देती है।