यूं तो माखन नगर में खेलों में कई वर्षों से फर्जीवाड़ा जारी है मगर इन को उजागर करने में इस फर्जीवाड़ा का विरोध करने में कोई हिम्मत नहीं दिखा रहा है ऐसे में एक अकेला युवक राजेश कुमार मांझी जिनकी शिकायत पर ग्रीष्म कालीन खेल जो माखन नगर में संचालित हो रहे थे नाम मात्र कागजों में सिर्फ दिखावे के लिए हो रहे थे दो बच्चों को खड़ा करके खेल समन्वयक द्वारा फोटो डाली जा रही थी खेल सामग्री भी प्राइवेट संस्थाओं को किसके आदेश से दी जा रही थी माखन नगर के साहसी युवक राजेश कुमार मांझी ने आगे आकर माखन नगर के इतिहास में पहली बार बड़ा साहसिक कदम उठाया है जिसकी सर्वत्र जगह सराहना हो रही है मीडिया एवं शिकायतकर्ता के आवेदन के आधार पर तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी गई है जो खेल समन्वयक सुषमा अहिरवार द्वारा बरती जा रही लापरवाही फर्जीवाड़े की जांच कर तीन दिवस में प्रतिवेदन जनपद पंचायत सीईओ डाबर जी को देंगे क्षेत्रीय लोगों ने जनपद सीईओ संदीप डावर का भी आभार माना है जिन्होंने मीडिया की खबरें एवं शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए संपूर्ण मामले में जांच के आदेश दिए सूतर तो यह भी बता रहे हैं उक्त खेल समन्वयक सुषमा अहिरवार वर्ष 2007 से यहां पदस्थ हैं तब से लगाकर आज तक संपूर्ण कार्यकाल की जांच होना अति आवश्यक है बहुत बड़े मामले खुलासे होने की संभावना व्यक्त की जा रही है अब देखना यह है जांच कमेटी की जांच में क्या निष्कर्ष आता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा मगर खेल की आड़ में किस प्रकार का फर्जीवाड़ा हो रहा है यह माखन नगर के भविष्य के नौनिहालों के भविष्य पर खतरा है शिकायतकर्ता द्वारा जनसुनवाई में भी संपूर्ण मामले की तथ्यों के साथ शिकायत की गई है वहीं मीडिया से चर्चा में राजेश कुमार मांझी ने बताया वह माखन नगर के छात्रों बच्चों के भविष्य की लड़ाई लड़ रहे हैं जो धांधली हो रही है उसे रोकने के लिए वह लगातार संघर्ष करते रहेंगे आपने कहां उन्हें जहां जांच के लिए बुलाया जाएगा वह तथ्यों के साथ मौजूद रहेंगे आपने कहा जब तक माखन नगर के बच्चों को न्याय नहीं मिल जाता वह लड़ाई लड़ते रहेंगे
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