राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से पेश सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, यासीन आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल रहा है। उसने तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी का अपहरण किया। इस वजह से चार खूंखार अपराधियों को रिहा किया गया, जिन्होंने 2008 में मुंबई में 26/11 के हमले की साजिश रची। कोर्ट ने यासीन मलिक को इस याचिका पर नोटिस जारी किया है। यासीन अभी तिहाड़ में बंद है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है । कोर्ट ने मलिक को 9 अगस्त को पेश होने का वारंट भी जारी किया है।
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