मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जातीय दंगों से घीरे उत्तर-पूर्वी राज्य में शांति बहाली एवं अभियान शुरू किया है और अभी तक सुरक्षा बलों ने 40 सशस्त्र मार गिराए हैं। ग्रस्त मणिपुर में शांति बहाली के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी कई जगह हिंसा की खबरें आ रही है। *विधायक के घर पर हमला। सिंह ने बताया कि अभी तक ऐसे 38 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की जा चुकी है जहां राज्य पुलिस आपरेशन चला रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिद्वंदी जातीय उग्रवादी समूहों के साथ-साथ सुरक्षा बलों तथा उग्रवादियों के बीच रविवार को कई जगह झड़पे हुईं। *दो सामुदायों की हिंसा से भारी नुकसान। काकचिंग जिले के नपाट, सेरौ और पास के सुगनू में आतंकवादियों ने मैतई समुदाय के लगभग 80 घरों को जला दिया , जिस कारण ग्रामीणों को आधी रात को भागना पड़ा। मणिपुर घाटी के पूर्वी क्षेत्र से सशक्त उग्रवादी इंफाल पूर्वी जिले के दो घरों में आग लगा दी तथा ग्रामीणों पर गोलीबारी की। * उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंफाल के फायेंग में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा चलाई गई गोली से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक घायल हो गया। * हमला सुनियोजित। उन्होंने कहा कि आम लोग को मारने और संपत्ति को नष्ट करने तथा घरों में आग लगाने में शामिल कई उग्रवादियों को जाट रेजिमेंट ने पकड़ लिया है। सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि इंफाल घाटी के आसपास के इलाकों में आम लोगों के घरों पर हिंसक हमलों में जिस तरह तेजी आई है वह सुनियोजित लगती है।
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