रॉकेट को नेवीगेशन सेटेलाइट के साथ सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लांच पैड से छोड़ा गया। लॉन्चिंग GSLV-F12 रॉकेट से की गई। इस रॉकेट की यह 19वीं उड़ान थी। जिसमें स्वदेशी कार्योंजेनिक इंजन लगा था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 29 मई 2023 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नए जमाने का नेविगेशन सेटेलाइट को सुबह 10:42 मिनट में लांच किया गया। इसरो प्रमुख डॉक्टर एस सोमनाथ ने कहा कि फिलहाल हम साथ पुराने नाविक सेटेलाइट्स के सहारे काम चला रहे थे। लेकिन उनमें से चार ही काम कर रहे हैं। तीन खराब हो चुके हैं। अगर हम तीनों को बदलते तब तक यह चार भी बेकार हो जाते हैं। इसलिए हमने 5 next-generation नाविक सेटेलाइट NVS को छोड़ने की तैयारी की। *420 टन वजनी 51 मीटर ऊंचा है GLSV-F12। GLSV-F12 रॉकेट 51.7 मीटर ऊंचा रॉकेट है। जिसका वजन करीब 420 टन है ।इसमें तीन स्टेज है। यह सेटेलाइट भारत और उसकी सीमाओं के चारों तरफ 15 किलोमीटर तक नेविगेशन सेवाएं देगा
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