श्रीनगर की बैठक से दुनिया को एक कड़ा संदेश भी गया है। इस बैठक का पड़ोसी देश पाकिस्तान शुरू से विरोध कर रहा था। जी-20 की अध्यक्षता इस साल भारत कर रहा है। इसके तहत देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान इस समूह का सदस्य नहीं है तो उसकी विरोध करने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता। चीन जी20 का सदस्य देश है। भारत ने इस मामले में साफ संदेश दिया कि वह अपनी जमीन पर जहां चाहे वहां बैठक का आयोजन कर सकता है, इसका उसे पूर्ण अधिकार है। यहां आने वाले विदेशी मेहमान स्थानीय संस्कृति और परंपरा से रूबरू हो , इसके लिए कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इस बीच अगर हम बीते हफ्ते की बात करें तो सबसे ज्यादा चर्चा जम्मू कश्मीर में हुई बैठक की रही।
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