लोकेशन उज्जैन
आज सावन मास का द्वितीय सोमवार है बाबा महाकाल की आज 4:00 बजे पालकी निकलेगी इसके साथ ही हाथी पर भी सवार होंगे बाबा महाकाल दोनों का महत्व एक ही।
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन स्थित है 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे बड़े ज्योतिर्लिंग उज्जैन के महाकालेश्वर को ग्रंथों में माना जाता है क्योंकि मात्र भस्म आरती पूजन बाबा महाकाल की ही होती है इस आरती का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु देश विदेश से उज्जैन पहुंचते हैं महाकाल प्रशासक द्वारा महाकाल मंदिर की व्यवस्था एक अच्छी देखने को मिल रही है क्योंकि हजारों की तादाद में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचते हैं 15 से 20 मिनट के अंदर उनको बाबा महाकाल के दर्शन लाभ मिल जाते हैं किसी भी प्रकार की श्रद्धालुओं को असुविधा ना हो ऐसी व्यवस्था महाकाल प्रशासक द्वारा की गई है बात करें हम पुलिस प्रशासन की यातायात प्रभावित ना हो उसके लिए भी मंदिर के कुछ दूरी पर ही पार्किंग व्यवस्था की गई हैं और उज्जैन पुलिस की निगाह विशेष रुप से उज्जैन के कोने कोने पर असामाजिक तत्वों के लोगों के ऊपर टिकी हुई है इसके साथ ही उज्जैन पुलिस एक अच्छा मानवता का परिचय देती दिखाई दे रही हैं यदि श्रद्धालु किसी कारण मंदिर प्रांगण में नहीं पहुंच पाता है उस दौरान उज्जैन पुलिस अपने सोल्जर पर बिठाकर या व्हीलचेयर के माध्यम से मददगार बाबा महाकाल के दर्शन कराने में पीछे नहीं है,
आज शाम को 4:00 बजे राजाधिराज बाबा महाकाल अपनी प्रजा के हाल जानने के लिए नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे साथ ही उनकी पाल की विशेष रूप से सजाई जाएगी क्योंकि राजाधिराज बाबा महाकाल पालकी में विराजमान होकर उज्जैन भ्रमण पर निकलेंगे इसके साथ ही हाथी पर भी उनकी पालकी विराजमान होगी दोनों के दर्शन के महत्व समान है भक्तों को दर्शन मिल जाए संतुष्ट हो जाएगा बाबा महाकाल के दर्शन करने से धन्य हो जाता,
बाईट:— महाकाल पंडित महेश गुरु * उज्जैन से मोहम्मद सईद की रिपोर्ट I