सूबे बिहार के बक्सर जिले की दो बेटियों में upsc परीक्षा में चयनित आज बक्सर समाहरणालय पहुँची । जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल से मुलाकात के बाद जिला प्रशासन द्वारा जिले का नाम रौशन करने पर सम्मानित किया गया । बक्सर की दो बेटियों ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इनमें देश के सेकेंड टॉपर रही गरिमा लोहिया व 374 वां रैंक लाने वाली दीक्षा राय शामिल हैं। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने अपने कार्यालय में आमंत्रित किया था। उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। साथ ही उनके परिवार के सदस्यों से जिलाधिकारी मिले और लंबी बातचीत की। जिलाधिकारी ने कहा मैं उम्मीद करता हूं जिस तरह गरिमा ने घर पर रहकर तैयारी कर बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। उसी तरह अन्य बच्चे भी परिश्रम से सफलता अर्जित करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा जिस प्रकार कोचिंग का क्रेज बना हुआ है। ऐसे माहौल में बहुत से बच्चे मेंटल प्रेशर में आ जाते हैं। कुछ गलत कदम भी उठा लेते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए। गरिमा का उदाहरण सेल्फ स्टडी करने वालों के लिए प्रेरणादायक है। गरिमा लोहिया के बक्सर शहर के बंगला घाट की रहने वाली हैं। व्यवसायिक घराने में पली बढ़ी गरिमा के सिर से पिता का साया हट गया वही माता और परिवार के सदस्यों के हौसला बढ़ाने पर कामयाबी हासिल हुई । गरिमा की बड़ी बहन हाउस वाइफ हैं वही एक छोटा भाई हैं । जिले की दूसरी आई ए एस बनी दीक्षा राय बक्सर सदर प्रखंड के अर्जुनपुर गांव की मूल निवासी धर्मेन्द्र राय हेड कॉन्स्टेबल आरपीएफ में पदस्थापित है माता आनन्दी राय और दो छोटे भाई हैं । स्कूली शिक्षा अंडाल पश्चिम बंगाल से हुई वही 2019 में ग्रेजुएशन तक पढ़ाई पूरी कर ली हैं । बिहार के बक्सर की दो बेटियां गरिमा लोहिया और दीक्षा राय ने कामयाबी का श्रेय अपने परिवार के साथ खुशी का इजहार करते हुए कहा कि संसाधन का अभाव आपको प्रभावित नहीं कर सकता। सिर्फ जरूरत है लगन की। देश की दूसरे टॉपर गरिमा लोहिया बताती हैं कि लगन परिश्रम से कोई भी कामयाबी हासिल की जा सकती हैं । बिहार प्रशासनिक सेवा में पदस्थापित दीक्षा राय वर्तमान में दावथ रोहतास जिले में रेवेन्यू अफसर सेवा के दौरान ही कामयाबी हासिल की है । पिछले दिसम्बर महीने में ही बिहार प्रशासनिक सेवा में योगदान दे कर कार्यरत हैं । नये पद को पा कर बहुत खुश है ।
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