कहा जाता है कि जल ही जीवन है ,जल के बिना हर चीज अधूरा है। वही भागलपुर स्मार्ट सिटी में जल संकट गहराने से त्राहिमाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भागलपुर नगर निगम स्मार्ट सिटी के नाम पर स्मार्ट पैसे तो वसूल रहे हैं लेकिन शहरवासियों को जल संकट से निजात दिलाने में विफल साबित हो रही है। जनता त्राहिमाम कर रही है। मामला भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 का है जहां पानी की घोर समस्या पिछले 1 महीने से हो रही है। बता दे कि वार्ड नंबर 7 में एक बोरिंग है जो कि पिछले लगभग एक बहने से खराब पड़ा हुआ है, जिसे सामाजिक स्तर से ठीक कराने का प्रयास भी किया गया था लेकिन ठीक नहीं हो पाया। इस बात की सूचना नगर आयुक्त और नगर निगम के जल संसाधन विभाग के अधिकारी को दिया गया परंतु उनके स्तर से कोई भी कारवाई अब तक नहीं की गई। जिसकी वजह से वार्ड नंबर 7 की जनता जल संकट से त्राहिमाम है। वही जब वार्ड नंबर 7 में स्थित बोरिंग के ऑपरेटर ने कहा कि बोरिंग की मरम्मत के लिए विभाग को सूचना दी गई है , विभाग के द्वारा जल्द से जल्द इसे ठीक करा कर मशीन को चालू कर दिया जाएगा जिसे पानी की किल्लत समाप्त हो जाएगी। वही समाज सेवी नेजाहत अंसारी और ग्रामीणों ने कहा कि वार्ड नंबर 7 में लगभग 10000 की आबादी है जो जल संकट से जूझ रही है लोग अगल बगल के वार्ड में जाकर पानी ला कर काम चलाते हैं, गनीमत यह है कि यहां पर एक पियाऊ है जिससे लोग थोड़ी-थोड़ी पानी लेकर काम चलाते हैं। वही इस पियाउ से आसपास के घर में पाइप के द्वारा पानी लेकर घर का काम काज महिलाएं करती है। दूसरी और ग्रामीणों ने कहा कि वर्ल्ड नंबर 7 में एक दूसरा बोरिंग भी है जो थोड़ा बहुत चलता है अगर उस बोरिंग से कनेक्शन मोहल्ले के मेल लाइन फाइप में कर दिया जाए तो बहुत हद तक पानी की समस्या समाप्त हो सकती है। अब देखना यह है कि नगर निगम वार्ड नंबर 7 की जनता की समस्याओं का निदान कब तक कर पाती है।
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