झारखंड को प्रकृति ने कई खूबसूरत सौगातें दी है। राज्य को खनिज संपदा के लिए तो जाना ही जाता है । इसके अलावा यहां का प्राकृतिक सौंदर्य,मनोरम और मनमोहक वादियां और धार्मिक स्थल भी आकर्षण का केंद्र रहा है।यहां के पर्यटक स्थल और भी खूबसूरत हों यहां सैलानियों को सभी जरूरी सुविधाएं मिलें इसे ध्यान में रखकर सरकार द्वारा सभी पर्यटक स्थलों के विकास के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जा रही है और उसे चरणबद्ध तरीके से धरातल पर उतारा जा रहा है।ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पतरातू लेक रिसोर्ट परिसर में नवनिर्मित “पर्यटन विहार” (वीआईपी गेस्ट हाउस) राज्यवासियों को समर्पित करते हुए यह कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से पर्यटन के मानचित्र पर झारखंड को एक अलग पहचान मिलेगी।उन्होंने कहा की पतरातू डैम कैचमेंट एरिया का सीमांकन किया जाएगा। ताकि, इसका अतिक्रमण नहीं हो और इसे सुरक्षित रखा जा सके। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया।वहीं पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने पतरातू डैम परिसर को एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किए जाने को लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लगभग 12 करोड़ 92 लाख रुपए की लागत से 6 योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास किया। इसमें 7 करोड़ 10 लाख रुपए की 2 योजनाओं का उद्घाटन और 5 करोड़ 82 लाख रुपए की 4 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
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