और अब बात औरंगाबाद में एक तथाकथित एनजीओ द्वारा नौकरी देने के नाम पर सैंकड़ों महिलाओं से की गई धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की।जी हां,नवसृष्टि सोशल फाउंडेशन नाम की संस्था ने जिले के विभिन्न प्रखंडों के सुदूर ग्रामीण इलाकों की सैंकड़ों महिलाओं को पहले तो सब्जबाग दिखाकर उन्हें अपने जाल में फंसाया और फिर सिलाई सेंटर खोलकर उन्हें उस सेंटर का प्रभारी पद पर बहाल करने का झांसा देकर उनसे लाखों की ठगी कर ली।इसका खुलासा तो तब हुआ जब पैसे देकर सेंटर खोल चुकी महिलाओं को निर्धारित समय पर सैलरी नहीं मिली। इकरारनामे के मुताबिक सैलरी दिए जाने की मांग जब महिलाएं करने लगीं तब गणेश पाठक नाम का वह एनजीओ संचालक फरार हो गया।उस फर्जी संस्था ने लगभग 2 सौ महिलाओं को अपना शिकार बनाया और किसी से 15 हजार तो किसी से 10 हजार लेकर फरार हो गया।अब महिलाएं इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहीं हैं।जिला परिषद अध्यक्ष के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची महिलाओं ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि नौकरी देने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की गई है।उनकी बातों को सुनने के बाद जिला पार्षदों ने सबसे पहले नवसृष्टी सोशल फाउंडेशन नाम के उस एनजीओ के बारे में पता किया तो वह संस्था फर्जी निकली और उसका संचालक गणेश पाठक भी बहुत बड़ा फ्रॉड निकला।हालांकि,जिला पार्षदों ने इसकी जानकारी जिले की एसपी स्वप्ना जी मेश्राम को दी और उनसे मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।देखना यह होगा कि पीड़ित महिलाओं से मिलने के बाद जिलें का पुलिस प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करती है।
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