देवघर के देवीपुर एम्स में आज से दो दिवसीय जनजातीय स्वास्थ्य विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई l इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया, मौके पर देवघर एम्स के डायरेक्टर सौरभ वार्ष्णेय के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद रहे कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया l इस संवाद कार्यक्रम में जनजातीय समाज के बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर देवघर एम्स में 2 दिनों तक मंथन किया जाएगा l कार्यक्रम में शिरकत कर रहे मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि इस संवाद कार्यक्रम के जरिए एम्स ने एक बेहतर पहल की है आज ट्राइबल कई समस्याओं से जूझ रहे हैं जिनमें एनीमिया सहित कई बीमारियां हैं सामूहिक प्रयास से यह जड़ से खत्म किया जा सकता है और केंद्र सरकार इस और काफी ध्यान भी दे रही है अर्जुन मुंडा ने कहा कि हालांकि पिछले 8 से 10 सालों में ट्राइबल की स्थिति मैं काफी सुधार हुआ है और काफी कार्य इनके लिए किए जा रहे हैं लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक हैl अर्जुन मुंडा ने कहा कि कुछ सालों के डाटा को अगर हम मंथन करके देखें तो यह हमें चिंता में डालता है और हमें आगे भरकर कुछ करने की अपॉर्चुनिटी देता है अर्जुन मुंडा ने कहा कि हाल के डाटा को देखें तो स्वास्थ्य के पैरामीटर पर ट्राइबल काफी पीछे नजर आते हैं हालांकि केंद्र सरकार जनजातियों पर विशेष ध्यान दे रही है और आगे इस मामले में गुणात्मक सुधार देखे जा सकते है l केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम एक आशा की किरण लेकर आई है जो हमें आगे बेहतर कार्य करने के लिए ऊर्जा प्रदान करेगी और इस विषय पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि ट्राइबल स्वास्थ्य से स्वालंबन की ओर कैसे बढ़े इस पर काम करने की जरूरत है वही मौके पर देवघर aiims के डायरेक्टर सौरभ वार्ष्णेय ने कहा कि डिफरेंस का मकसद सिर्फ लोगों की बीमारी ठीक करना नहीं है बल्कि लोग कैसे स्वस्थ रहें इसके प्रति भी सजग है सरकार ने हमसे कैसे जगह पर देवघर में बनाया है जहां आदिवासी बहुल है और आदिवासियों और जनजातियों के लिए कार्य करने का बेहतर मौका स्वास्थ क्षेत्र में यहां पर मिलेगा
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