महाविद्या माँ छिन्नमस्तिका का धूमधाम से मनाया गया जयंती(प्रार्दुभाव दिवस)भक्तिमय वातावरण से श्रद्धालुओं को हुआ माँ के परम उपस्तिथि का अहसास-अखंड हरिकीर्तन और विशाल भंडारे का भक्तों नें लिया आनंद एंकर- जैसा कि सभी जानते हैं कि इस चराचर ब्रह्मांड में माँ जगदम्बा अपने दस महाविद्याओं के रूप में अपने भक्तों का कल्याण करने के लिए अपने स्थानों में विराजित हैं। उन्हीं 10 में से 1 महाविद्या के रूप में रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर स्थित है आज मां भगवती के परम दरबार में बड़े ही हर्ष उल्लास और भक्तिमय वातावरण के बीच चिन्मस्तिका जयंती मनाया गया। इस दौरान पूरी विधि विधान के साथ विधिवत मंत्रोच्चार के बीच मां भगवती की विशेष पूजन अर्चन की गई।वही ढोल नगाड़ा और झांझ मंजीरा की ध्वनि के बीच मां भगवती को भोग लगाया गया जिससे पूरे मंदिर क्षेत्र का वातावरण भक्ति में बन गया। मंदिर के चारों ओर अखंड हरिकीर्तन हवन पूजन और विधिवत पाठ के द्वारा पुजारी मां भगवती को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते देखे गए। इधर मंदिर न्यास समिति की ओर से जयंती के अवसर पर पंचवटी में विशेष भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर के पुजारी सुबोध पंडा और लोकेश पंडा ने बताया कि आज मां भगवती का प्रादुर्भाव दिवस है जिसके कारण पूरे विधि विधान के साथ विशेष पूजा अर्चना की गई। और उन्होंने कहा कि मां भगवती का प्रादुर्भाव सदा सर्वदा भक्तों का कल्याण करने के लिए ही हुआ है और वहां सदा ही अपने भक्तों को ममता और वात्सल्य प्रदान करतीं हैं। वही बाहर से आए एक भक्त ने कहा की मां के दरबार की ऐसी अनुपम छटा है जैसे दुनिया की सारी सुख माता रानी के चरणों में समाहित है। ———-
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