कांग्रेस मुक्त परिषद का कारनामा लीज भूमि आवंटित करने के बाद भी लीज पर लेने वाले को दुकाने बना कर दे रही थी पीआईसी कौन है हुकुमचंद जिसको बेशकीमती जमीन लीज पर देने के बाद दुकाने भी नगरपरिषद बनवा के दे रही थी ……. ? मध्यप्रदेश की नगरपरिषद पंधाना की तत्कलीन परिषद जो कांग्रेस मुक्त परिषद रही जिसकी कार्य शैली अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर रही नगर के तहसील रोड की कीमती जमीन नगरपरिषद छेत्र से बाहरी व्यक्ति ग्राम पंचायत मोहनपुर के हुकुमचंद महाजन के नाम लीज पर दे दी गयी लीज हो गयी कागजो में दर्ज हुकुम चंद मोहनपर नाम से नगरपरिषद भी अपना काम करती रही आश्चर्य उस समय हुआ जब हुकुमचंद की जमीन जो नगरपरिषद द्वारा लीज पर दे दी गयी थी उसी के साथ से लगी जमीन पर 22 दुकानों का निर्माण कार्य नगरपरिषद ने शुरू किया साथ मे हुकुमचंद की लीज भूमि पर भी पांच दुकानों का निर्माण कार्य नगरपरिषद ने शुरू करवा दिया गया निर्माण कार्य छत डालने की स्थिति आने पर परिषद ने 22 दुकानों की नीलामी की सूचना जारी की समाचार पत्रों में नीलामी 22 दुकानों की ओर निर्माण कार्य 27 दुकानों का बात नगर में फैली जानकार नागरिको ओर पत्रकारों द्वारा स्थानीय एसडीएम अनुभा जेन को दुकानों 22 और 27 कि जानकारी दी एसडीएम द्वारा पांच दुकानों का काम रुकवा दिया जो अभी तक रुका हुआ है । पाँच दुकानों की जमीन लीज पर मोहनपुर निवासी हुकुम चंद को नगरपरिषद द्वारा देना नगरपरिषद अभिलेखों दर्ज बताया गया आश्चर्य जब हुआ कि हुकुमचंद को लीज भूमि उसके नाम से है पता ही नही है। लीज भूमि देने वाले सीएमओ का स्थान्तरण हो गया लीज भूमि पर हुक़ूमचं के नाम से जमा पैसा लाखो में राजसात हो गया आज तक कोई कार्यवाही दोषीतत्कालीन पीआईसी ओर तत्कलीन सीएमओ पर कार्यवाही न होना आज भी चर्चा का विषय है ।
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