दरअसल चकरपुर के वनचेतना मैदान में सरकार ने स्टेडियम निर्माण करने का फ़ैसला किया है।पिछले सात आठ माह से यहाँ स्टेडियम निर्माण की सुगबुघाट के कारण ग्रामीण परेशान हो रहे थे, यहां बसे इस गाँव के सभी लोग दशकों वर्षों से इसी रास्ते और मैदान से होकर जाते रहे हैं यही कारण है कि अब स्टेडियम निर्माण होने के बाद चारदीवारी बन जाने के कारण ग्रामीण इस मार्ग का अब प्रयोग नहीं कर पायेंगे । ग्रामीण पिछले छह माह से भी अधिक समय से इस स्टेडियम के निर्माण से पहले अपने लिए रास्ता तलाशने की यहाँ के प्रशासन से माँग कर रहे थे। जिलाअधिकारी के निर्देश के बाद आज जिला क्रीड़ा अधिकारी निर्मला पंत और खटीमा के उपजिलाधिकारी रवींद्र बिष्ट ने वन चेतना मैदान में बन रहे स्टेडियम निर्माण का मौक़ा मुयायना कर ग्रामीणों को उनके रास्ते की आवाजाही किसी अन्य वैकल्पिक तरीक़े से करवाने का भरोसा दिलाया। उपजिलाधिकारी रवींद्र बिष्ट ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम बहुत जल्दी ही ग्रामीणों के लिए पास ही के जंगल से निकल रहे एक रास्ते में हुए अतिक्रमण को हटा कर ग्रामोणों के लिए रास्ता तैयार करेंगे जिला क्रीड़ा अधिकारी निर्मला पंत और उपजिलाधिकारी रवींद्र बिष्ट के इस फ़ैसले से अब ग्रामीण काफ़ी संतुष्ट नज़र आये । हालाँकि बर्षों से यहाँ रह रहे ग्रामोणों ने हमे बताया कि अगर उनके लिए कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं बनाया गया तो दो दर्जन से अधिक परिवारों को और उनके बच्चो को स्कूल आने जाने या खेती का काम करने अथवा हॉप्सिटल आने जाने में काफ़ी अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यहाँ आपको यह बताना ज़रूरी है कि उत्तराखण्ड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्टों में यह स्टेडियम भी शामिल है ख़ुद सीएम धामी ने खटीमा के लोगो की बरसों पुरानी स्टेडियम की माँग को पूरा करने के लिए इस स्थान का चयन कराया था इसलिये ज़िला प्रशासन भी स्टेडियम निर्माण में काफ़ी तैयार है। सीएम धामी खटीमा के ही रहनेव वाले है, इसलिए इस स्टेडियम निर्माण कराने के लिए भी प्रशासन बहुत अधिक तत्पर है
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