नगर के समीप ग्राम मर्दाना में रामलीला मचंन के दुसरे दिन राम सिता स्वयंवर परसुराम लक्षण व राम सिता विवाह के प्रसंग हूए सिता के पिता जनक ने घोषणा की थी जो कोई ईस धनुष को तोडेगा उसके साथ सिता का विवाह कर दिया जाएगा आयोजन में कई महाराजा ओ ने धनूष को तोड़ने की कौशिश की किन्तु कोई भी धनुष को हिला भी नहीं सका बडे बडे योध्दा धनुष को दैखकर चकित हूए राजा जनक हताश हो गए ओर ऊन्होने कहा कि क्या कोई भी मैरी पुत्री के योग्य नहीं है तब महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम को शिव जी के धनुष को तोड़ने के लिए कहा गूरू की आज्ञा का पालन करते हूए धनुष तोड़ दिया धनुष के टुटतै ही श्री राम जी की जय जय कार होने लगी इस प्रकार सिता जी का विवाह राम से हूआ कन्या दान कै रूप में ग्राम की महिलाओं श्रदालुऔ ने दान दिए मचं के डायरेक्टर चेतराम चौधरी कडवाजी चादां द्वारा मार्गदर्शन दिया जा रहा है। रविन बिर्ला, महैन मडलोई, शैखर मडलोई, राहुल चोधरी एवं ग्राम कै बूर्जग रैवाराम मडलोई, कालु मूछाला लक्ष्मीनारायण सामैडिया, दुर्गाराम मडलोई आदि का मचं से सहयोग किया जा रहा हैके सनावद से दिलीप बिरला की रिपोर्ट ग्राम मर्दाना रामलीला में हुआ राम सीता विवाह सनावद- नगर के समीप ग्राम मर्दाना में रामलीला मचंन के दुसरे दिन राम सिता स्वयंवर परसुराम लक्षण व राम सिता विवाह के प्रसंग हूए सिता के पिता जनक ने घोषणा की थी जो कोई ईस धनुष को तोडेगा उसके साथ सिता का विवाह कर दिया जाएगा आयोजन में कई महाराजा ओ ने धनूष को तोड़ने की कौशिश की किन्तु कोई भी धनुष को हिला भी नहीं सका बडे बडे योध्दा धनुष को दैखकर चकित हूए राजा जनक हताश हो गए ओर ऊन्होने कहा कि क्या कोई भी मैरी पुत्री के योग्य नहीं है तब महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम को शिव जी के धनुष को तोड़ने के लिए कहा गूरू की आज्ञा का पालन करते हूए धनुष तोड़ दिया धनुष के टुटतै ही श्री राम जी की जय जय कार होने लगी इस प्रकार सिता जी का विवाह राम से हूआ कन्या दान कै रूप में ग्राम की महिलाओं श्रदालुऔ ने दान दिए मचं के डायरेक्टर चेतराम चौधरी कडवाजी चादां द्वारा मार्गदर्शन दिया जा रहा है। रविन बिर्ला, महैन मडलोई, शैखर मडलोई, राहुल चोधरी एवं ग्राम कै बूर्जग रैवाराम मडलोई, कालु मूछाला लक्ष्मीनारायण सामैडिया, दुर्गाराम मडलोई आदि का मचं से सहयोग किया जा रहा है
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