सालीचौका – दबंगों ने दलित परिवार को लाठी-डंडों से पीटा, शिकायत के बाद भी पुलिस ने नहीं लिखी FIR

दबंगों ने दलित परिवार को लाठी-डंडों से पीटा, शिकायत के बाद भी पुलिस ने नहीं लिखी FIR ग्राम पंचायत ढाना जनपद पंचायत चीचली अंतर्गत थाना चीचली क्षेत्र में दिनांक 13 /4/ 2023 को एक दलित युवक ने चीचली थाना उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की थी लेकिन उल्टा पुलिस वालों ने उसे चोरी के मामले में फसाए जाने की धमकी देकर वहां से भगा दिया था लेकिन पीड़ित का मारपीट होने से ज्यादा स्वस्थ खराब होने के कारण उसने फिर 15/04/2023को पुलिस अधीक्षक महोदय जिला नरसिंहपुर को लिखित आवेदन देकर अपनी कहानी बताई जिसके बाद भी आज दिनांक तक पीड़ित के शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है पीड़ित ने सोशल मीडिया के माध्यम से व प्रिंट मीडिया के माध्यम से उचित न्याय पाने के लिए न्याय की गुहार लगाई है। युवक का कहना है कि अगर उसे पुलिस प्रशासन के द्वारा न्याय नहीं मिला तो फिर वह कहां जाएगा आए दिन हो रहे दलित अत्याचारों पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस प्रशासन अलर्ट रहे ऐसी पीड़ितों परिवार की मांग है दरअसल, युवक व उसके परिवार के साथ किसी बात को लेकर विरोधी पक्ष ने युवक के परिवार पर गुरुवार रात 08:00 हमला कर दिया था। ने परिजनों के साथ मारपीट की थी, मारपीट में शामिल ग्राम के ही सोनू कुशवाहा पिता गोविंदी प्रसाद कुशवाहा सुनील ठाकुर पिता दीना प्रसाद ठाकुर महेश राय पिता डालचंद राय राकेश राय पिता डालचंद राय उक्त सभी निवासी ग्राम पंचायत ढाना के रहने वाले हैं उनके द्वारा पीड़ित के घरवालों के साथ मारपीट की गई जिस घटना को ग्राम के कई लोगों ने देखा सुना है लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि आक्रमणकारी लोग धनवान होने के कारण खुलेआम घूम रहे हैं पुलिस प्रशासन की इस तरह की लापरवाही संदेह पूर्ण रवैया पैदा करती है बता दें, मामला जिला नरसिंहपुर थाना चीचली क्षेत्र के ग्राम ढाना का है। गांव निवासी नीलेश पिता भवानी अहिरवार का गांव के ही कुछ लोगों ने पीड़ित को तंग करने की आस्य से उकसा देने वाली बातें कही थी जिसके बाद पीड़ित ने उक्त बात का विरोध किया तो आरोपियों ने उसे जातिसूचक शब्दों से अपमानित कर मां बहन की गंदी गंदी गालियां देना शुरु कर दी और उसके परिवार के सभी लोगो के साथ महिला बच्चे बुजुर्गों के साथ मारपीट कर दी और उल्टा पीड़ित नीलेश अहिरवार को ₹10 लाख के झूठे केस में फंसाए जाने की धमकी देकर चीचली थाना से मिलीभगत कर मामले को रफा-दफा कर देने की कोशिश की पुलिस के द्वारा जानबूझकर पीड़ित को डराया धमकाया गया और आरोपियों को बचाया गया जोकि संदेश प्रद्ध स्थिति में है इस तरह दलित शोषित वर्ग को खुलेआम गुंडागर्दी कर मारा पीटा जा रहा है लेकिन पुलिस के द्वारा आरोपियों को बचाए जाने पर जोर दिया जा रहा है इस व्यवस्था में दलित परिवार कहां जाएंगे किससे न्याय की गुहार लगाएंगे और पुलिस के द्वारा यह कृत्य क्यों किया जा रहा है संपूर्ण दलित समाज में इस घटना को लेकर आक्रोश है यदि पुलिस द्वारा मामले की जांच कर रिपोर्ट पंजीबद्ध नहीं होती है तब ऐसी स्थिति में अनुसूचित जाति जनजाति सहित सामाजिक संगठनों द्वारा आंदोलन हो सकता है गुरुवार रात दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई। कुछ देर बाद विरोधी पक्ष के लोग लाठी-डंडे लेकर वहां आ धमके। हमलावर सीधे नीलेश पिता भवानी अहिरवार के घर में घुसे। उसके पिता, मां दादा दादी और पत्नी को पीटने लगे। मारपीट में तीनों लोग घायल हो गए। इधर, मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने रात में ही गाडरवारा अस्पताल में ट्रीटमेंट करा कर नीलेश अहिरवार को जिला अस्पताल रिफर करवाया जिसका उपचार तीन-चार दिन चला उसके बाद पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर को लिखित शिकायत दी और शिकायत पर कोई कार्यवाही ना होने पर सोशल मीडिया के माध्यम से तक बात पहुंचाची न्यूज इंडिया 24 प्रतिनिधि के द्वारा थाना प्रभारी जी से मुलाकात की और शिकायत के संबंध में जानकारी ली गई तब प्रभारी जी द्वारा बताया गया कि घटना में कोई विशेष तथ्य नहीं है पीड़ित परिवार रिपोर्ट करने से डर रहा है क्योंकि आरोपीगणों के द्वारा उसे ₹10, लाख का झूठा केस बनाकर अंदर करे जाने की बात की जा रही है इस बात से पीड़ित भयभीत है और उनके द्वारा पीड़ित की शिकायत को लेकर हमने पीड़ित को समझाया और आरोपियों को भी समझाया कि भाई आप पीड़ित की रिपोर्ट ना करें नहीं तो वह है जेल चला जाएगा नीलेश हमारे वाला आदमी हैं हमने नीलेश को बचाने का बहुत प्रयास किया है इसलिए दोनों पक्षों में से किसी एक पर भी शिकायत दर्ज नहीं हो पाई यदि नीलेश पर शिकायत हो जाती है तो उसके परिवार पर में संकट उत्पन्न हो जाएगा

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